
- राज्यस्तर से मिले निर्देश के बाद, स्वास्थ्य विभाग अलर्ट
श्रीगंगानगर। कोविड-19 वैक्सीनेशन को लेकर चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग पूरी सतर्कता बरत रहा है एवं स्वास्थ्य कर्मियों के बाद यह वैक्सीन फ्रंट लाइन वर्कर्स के लगानी प्रारंभ कर दी है। इसको लेकर स्वास्थ्य विभाग सोशल मीडिया पर लगातार सकारात्मक संदेश भी जारी कर रहा है। वहीं राज्यस्तर से निर्देश जारी किए गए हैं कि यदि कोई भी सोशल मीडिया या अन्य किसी माध्यम से कोविड वैक्सीनेशन के बारे में भ्रामक संदेश प्रसारित करता है या अफवाह फैलाता है तो कानूनी कार्रवाई की जाए।
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. गिरधारी मेहरड़ा ने बताया कि प्रदेश सहित जिले में 16 जनवरी से कोविड वैक्सीनेशन अभियान का शुभारंभ कर दिया गया है। जिले में कोविशील्ड व कोवैक्सीन लगाई जा रही है। नेशनल लेवल एक्सपर्ट समूह की ओर से दोनों ही प्रकार की वैक्सीन को प्राथमिकता के आधार पर सभी चयनित समूहों के लाभार्थियों को लगाने की सिफारिश की है। इस राष्ट्रीय अभियान को सफल बनाने में हर नागरिक की बराबर भूमिका है। यह भी स्पष्ट है कि राष्ट्रीय नियामक प्राधिकरण की ओर से दोनों प्रकार की वैक्सीन को सुरक्षित माना है। हालांकि फिर भी वैक्सीन से सुरक्षा व इसकी प्रभावकारिता को लेकर भ्रामक संदेश व अफवाह फैलाई जा रही है, इसलिए विभाग ने इस संबंध में सख्त कार्रवाई करने का निर्णय लिया है।
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सीएमएचओ डॉ. मेहरड़ा ने बताया कि विभाग के आईईसी अनुभाग की ओर से ऐसे नकारात्मक एवं भ्रामक संदेशों व खबरों पर निगरानी रखी जा रही है ताकि उन पर तुरंत रोक लगाते हुए समुचित कार्रवाई की जा सके। आमजन से भी अपील है कि वे ऐसे नकारात्मक संदेशों व अफवाहों को आगे न बढ़ाएं बल्कि इसकी सूचना विभाग का दें। उन्होंने बताया कि अफवाह फैलाने व भ्रामक संदेश फैलाने वालों सहित इसमें किसी भी स्तर पर संलिप्त रहने वालों के खिलाफ आपदा प्रबंधन अधिनियम 2005 एवं भारतीय दंड संहिता के तहत कानूनी कार्रवाई की जाएगी।