एलआईसी 62.58 प्रतिशत बाजार हिस्सेदारी के साथ मार्केट लीडर

एलआईसी
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वित्त वर्ष 2023 को समाप्त वर्ष में दमदार प्रदर्शन

  • 16.67 प्रतिशत की एफवाईपीआई में वृद्धि
  • कर पश्चात लाभ 36,397 करोड़ रुपए
  • नव व्यवसाय का मूल्य (सकल) 16.46 प्रतिशत की वृद्धि से 11,553 करोड़ रुपए हुआ
  • वीएनवी मार्जिन (शुद्ध) 110 बीपीएस बढक़र 16.2 प्रतिशत हुआ, सूचीबद्ध से अब तक उच्चतम
  • इंडियन एंबेडेड वैल्यू (आईईवी) 7.53 प्रतिशत की बढ़त के साथ 5.82 लाख करोड़ रुपए हुई
  • एयूएम 7.65 प्रतिशत की बढ़त के साथ 43.97 लाख करोड़ रुपए हुआ
  • वित्त वर्ष 2023 के व्यक्तिगत व्यवसाय के अंतर्गत 2.04 करोड़ पॉलिसियां बेची गईं

मुंबई। भारतीय जीवन बीमा निगम (एलआईसी) के निदेशक मंडल ने 31 मार्च, 2023 को समाप्त वर्ष के लिए अनुमोदित और स्वीकृत स्टैंडअलोन और समेकित वित्तीय परिणामों को मंजूरी दी है। 31 मार्च 2023 को समाप्त वर्ष में, एलआईसी ने 31 मार्च 2022 को समाप्त पिछले वर्ष के 4,27,49 करोड़ रुपए की तुलना में 4,74,005 करोड़ रुपए के साथ कुल प्रीमियम आय में 10.90 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की है।

प्रथम वर्ष प्रीमियम आय (एफवाईपी)(आईआरडीएआई के अनुसार) द्वारा मापी गई बाजार हिस्सेदारी के संदर्भ में, निगम ने वित्तीय वर्ष 2022-23 में 62.58 प्रतिशत की बाजार हिस्सेदारी के साथ व्यवसाय में अपना नेतृत्व बनाए रखा है। इसके अतिरिक्त आईआरडीएआई के आंकड़ों के अनुसार एलआईसी ने प्रथम वर्ष प्रीमियम आय वित्तीय वर्ष 2022 में 1.98 लाख करोड़ रुपए की तुलना में 16.67 प्रतिशत की वृद्धि के साथ वित्तीय वर्ष 2023 में 2.32 लाख करोड़ रुपए हुई है। 31 मार्च 2022 को समाप्त वर्ष के 4043.2 करोड़ रुपए की तुलना में 31 मार्च 2023 को समाप्त वर्ष के लिए कर पश्चात लाभ (पीएटी) 36,397.40 करोड़ रुपए था। वित्त वर्ष 2022-23 के लाभ में 27,240.75 करोड़ रुपए (कर भुगतान के बाद) की राशि का हस्तांतरण शामिल है, जो नॉन पार से शेयरधारकों के खाते में उपलब्ध सॉल्वेंसी मार्जिन पर अभिवृद्धि है।

निदेशक मंडल ने 3 रुपए प्रति शेयर के लाभांश की अनुशंसा की

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निदेशक मंडल ने 3 रुपए प्रति शेयर के लाभांश की अनुशंसा की है, जो 1897 करोड़ रुपए के लाभांश भुगतान के रूप में परिवर्तित होता है। वार्षिक प्रीमियम समतुल्य (एपीई) के आधार पर 31 मार्च 2022 को समास वर्ष के लिए कुल प्रीमियम 50,390 करोड़ रुपए था, जिसमें वार्षिक आधार पर 12.49 प्रतिशत की वृद्धि के साथ 31 मार्च 2023 को समाप्त वर्ष के लिए कुल प्रीमियम 56,682 करोड़ रुपए था। वित्त वर्ष 2023 के लिए इसमें से 68.22 प्रतिशत (38,667 करोड़ रुपए) व्यक्तिगत व्यवसाय द्वारा और 31.78 प्रतिशत (18,015 करोड़ रुपए) समूह व्यवसाय द्वारा अर्जित किया गया था। वित्त वर्ष 2023 के दौरान व्यक्तिगत व्यवसाय एपीई वर्ष दर वर्ष 8.70 प्रतिशत के साथ बढ़ा। व्यक्तिगत व्यवसाय के अंतर्गत, एपीई आधार पर पार उत्पादों की हिस्सेदारी 91.11 प्रतिशत और नॉन पार उत्पादों की हिस्सेदारी 8.89 प्रतिशत थी। पिछले वर्ष 31 मार्च 2022 (14,818 करोड़ रु.) की तुलना में वित्त वर्ष 2023 (18015 करोड़ रुपए) में समूह एपीई में 21.57 प्रतिशत की वृद्धि हुई। 31 मार्च 2023 को समाप्त वर्ष के लिए, 13वें महीने और 61वें महीने के लिए प्रीमियम के आधार पर सततावृत्ति अनुपात क्रमश: 77.09 प्रतिशत और 61.80 प्रतिशत थे। 31 मार्च 2022 को समाप्त पिछले वर्ष के लिए तुलनीय सततावृत्ति अनुपात क्रमश: 75.59 प्रतिशत और 61 प्रतिशत थे।

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31 मार्च 2023 को समाप्त वर्ष के लिए, 13वें महीने और 61वें महीने के लिए पॉलिसी की संख्या के आधार पर सततावृत्ति अनुपात क्रमश: 64.28 प्रतिशत और 49.86 प्रतिशत था। 31 मार्च 2022 को समाप्त पिछले वर्ष के लिए तुलनीय सततावृत्ति अनुपात क्रमश: 63.45 प्रतिशत और 49.86 प्रतिशत थे। 13वें महीने के लिए प्रीमियम और पॉलिसी दोनों आधार पर सततावृत्ति में सुधार हुआ है, जबकि 61वें महीने के लिए प्रीमियम आधार पर सततायृत्ति में सुधार हुआ है। प्रबंधन के अधीन परिसंपत्तियां 31, मार्च 2023 को बढक़र 43.97 लाख करोड़ रुपए हो गईं, जिसमें 31 मार्च 2022 को 40.85 लाख करोड़ रुपए की तुलना में वर्ष दर वर्ष 7.65 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई।

पॉलिसीधारकों के धन के निवेश पर असंबंधित लाभों को छोडक़र प्रतिफल 31 मार्च 2023 को समाप्त वर्ष के लिए 8.29 प्रतिशत था, जबकि 31 मार्च 2022 को समाप्त वर्ष के लिए 8.55 प्रतिशत था।

31 मार्च 2022 को समाप्त वर्ष के लिए 15.10 प्रतिशत (शुद्ध) की तुलना में 31 मार्च, 2023 को समाप्त वर्ष के लिए वीएनबी मार्जिन 16.20 प्रतिशत (शुद्ध) है। 31 मार्च 2023 को समाप्त वर्ष के लिए व्यक्तिगत व्यवसाय का सकल वीएनबी 7,571 करोड़ रुपए था और समूह व्यवसाय के लिए 3,982 करोड़ रुपए था। व्यक्तिगत और समूह व्यवसाय के लिए सकल वीएनबी मार्जिन क्रमश: 19.60 प्रतिशत और 22.10 प्रतिशत थे। व्यक्तिगत व्यवसाय के अंतर्गत, पार व्यवसाय, नॉन पार व्यवसाय (संबद्ध व्यवसाय सहित) का क्रमश: 14.60 प्रतिशत और 70.40 प्रतिशत का सकल वीएनबी मार्जिन था।

Sidhart mohanty

नतीजे हमारे कारोबार की दृढ़ता को दर्शाने वाले : महान्ति

श्री सिद्धार्थ महान्ति, अध्यक्ष, भारतीय जीवन बीमा निगम ने इस अवसर पर कहा कि हमारे नतीजे छह दशकों से अधिक की अवधि में देश के कोने-कोने में फैले हमारे कारोबार की दृूढ़ता को प्रदर्शित करते हैं। समग्र उत्पाद मिश्रण में नॉन पार उत्पादों की हिस्सेदारी बढ़ने की दिशा में हमारे प्रयास रंग ला रहे हैं। लाभ, बीएनबी मार्जिन और एंवेडेड वैल्यू में वृद्धि के साथ, हम राष्ट्र और इसके नागरिकों की सेवा में अपनी विकास यात्रा जारी रखने के लिए अच्छी स्थिति में हैं। 2047 तक सभी के लिए बीमा हेतु विनियामक पहलें बीमा क्षेत्र के विकास हेतु अवसरों को प्रस्तुत करेंगी तथा हम उन विकास के अवसरों में सहभागिता हेतु प्रतिबद्ध हैं। जैसे-जैसे हम अपने व्यवसाय को बढ़ाने के लिए आगे बढ़ेंगे, हम अपने सभी हितधारकों के लिए बेहतर मूल्य सृजित करने का प्रयास करेंगे। अंत में हमारे ऊपर भरोसा करने के लिए अपने सभी पॉलिसी धारकों, अभिकर्ताओं, कर्मचारियों और शेयर धारकों का धन्यवाद करते हैं।

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