शास्त्रों में पंचक को बहुत अशुभ माना गया है, पंचक के पांच दिन शुभ काम करने की मनाही होती है. पंचक हर महीने लगते हैं और ये अलग-अलग तरह के होते हैं जैसे रोग पंचक, राज पंचक, अग्नि पंचक, मृत्यु पंचक और चोर पंचक. इस साल मई में मृत्यु पंचक लगने जा रहा है. ऐसी मान्यता है कि मृत्यु पंचक काल में किसी की मृत्यु हो जाए तो उसके कुटुंब पर संकट के बादल मंडराने लगते हैं. आइए जानते हैं मृत्यु पंचक कब से शुरू होंगे, इस पंचक में क्या करें और क्या न करें. हिंदू पंचांग के अनुसार, मृत्यु पंचंक की शुरुआत 13 मई 2023, शनिवार को रात्रि 12 बजकर 18 मिनट पर होगी और इसका समापन 17 मई 2023, बुधवार को सुबह 07 बजकर 39 मिनट पर हो जाएगा।
मृत्यु पंचक के दौरान इन बातों का रखें ध्यान
ज्योतिष शास्त्र में छत डलवाना, चारपाई बनवाना या दक्षिण दिशा में यात्रा करना वर्जित है। माना जाता है कि ऐसा करने से व्यक्ति पर पंचक का अशुभ प्रभाव पड़ता है और दुर्घटना आदि का खरता बढ़ जाता है। साथ ही इन पांच दिनों में लकड़ी से बनी समान की खरीदारी की भी मनाही है।
मृत्यु पंचक के दौरान शव का अंतिम संस्कार करने से पहले कुछ विशेष क्रिया का विधान है। अन्यथा परिवार पर संकट मंडराने लगता है। इसलिए यदि इस दौरान परिवार के किसी सदस्य की मृत्य हो जाती है तो परिवार के अन्य सदस्यों को इस दौरान कुश के पांच पुतले बनाकर पहले उनका अंतिम संस्कार करना चाहिए। ऐसा करने से पंचक के अशुभ प्रभाव से बचा जा सकता है।
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