
30 अगस्त अशोक नगर उदयपुर कर्मयोगी कृष्ण जन्म से नहीं कर्म से भी महान थे ! कृष्ण के जीवन का संषर्घ जन्म से प्रारंभ हो गया था धर्म की रक्षा प्राणीयों की सुरक्षा के लिये धरती अवतार लेकर जगत मे बढ़ रहे पाप व अत्याचारों को मुक्त कराने किये के धर्म युध्द लड़कर पापीयों का संहार करके संसार को नष्ट होने बचाया तथा संसार को एकता प्रेम के सूत्र मे बांधते हुये शांति का संदेश दिया आने समय मे कृष्ण फिर से धरती पर अवतार लेकर तीर्थंकर बनेगे !
प्रवर्तक सुकनमुनि महाराज ने कृष्ण जन्माष्टमी पर आयोजित विषेश धर्मसभा को सम्बोधित करते हुये कहें ! हरीश मुनि सचिन मुनि ने कहांकि कृष्ण के बताये मार्ग पे चलेंगे तो जीवन मे दुखोः से मुक्त हो पायेंगे !
इसदौरान सचिन मुनि महाराज के जन्मदिन पर संतो व संघ के कांंतीलाल जैन ओकारसिंह सिरोया राजेन्द्र खोखावत ललित चौधरी तथा उपस्थित सभी श्रध्दालुओं ने जन्मदिवस की बधाई दी !
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