किशनगढ़बास में कमल मुरझाया, 15 साल बाद कांग्रेस के सुमन खिले

अलवर। पंचायत चुनाव में 15 साल से प्रधान की सीट पर काबिज भाजपा से कांग्रेस ने प्रधान की कुर्सी छीन ली। कांग्रेस के बद्रीप्रसाद सुमन ने 16 वोट लेकर भाजपा के प्रधान उम्मीदवार हितेश कुमार 5 वोट से हरा दिया। हितेश को 11 वोट मिले। हितेश वार्ड 4 से बसपा के टिकट पर चुनाव जीत सदस्य बने हैं। मुकाबले में विधायक दीपचंद खैरिया की रणनीति ने भाजपा खेमे को चारों खाने चित्त कर दिया।

पंस की कुल 27 सीटों में कांग्रेस ने 14 सीट जीती हैं। भाजपा केवल 7 सीटों पर ही जीती थी। मगर उसने बसपा और निर्दलीयों के भरोसे दांव खेला। जबकि कांग्रेस से बद्रीप्रसाद सुमन ने नामांकन दाखिल किया।

भाजपा ने बसपा से चुनाव जीतकर आए हितेश कुमार को उम्मीदवार बनाया। निर्दलीय शारदा देवी ने भी पर्चा भरा लेकिन बाद में नाम वापस ले लिया था। सीधे मुकाबले में कांग्रेस ने दबदबा कायम रख जीत हासिल की। निर्वाचन अधिकारी ओमप्रकाश सहारण ने कांग्रेस के प्रत्याशी बद्रीप्रसाद सुमन को विजयी घोषित किया।

इस दौरान डीएसपी अतुल अग्रे व थानाधिकारी अमित कुमार सुरक्षा व्यवस्था संभाले हुए थे। कांग्रेस की जीत पर पूर्व प्रधान ओमप्रकाश रोघा, आजाद चौधरी, पार्षद उमेश यादव, राजेन्द्र सिंहल, एडवोकेट सूरजभान, जसवंत आर्य, जेपी गुर्जर, अभय यादव, जगदीश गुप्ता, बनवारीलाल, शेरसिंह चौधरी, जसवंत यादव, कासिम मेवाती आदि नेताओ ने विधायक दीपचंद खैरिया व नवनिर्वाचित प्रधान को बधाई दी।

खैरिया ने कहा कि ये कार्यकर्ताओं की जीत है। आगे बिना किसी भेदभाव के पंचायत समिति मे विकास के कार्य कराए जायेंगे। नवनिर्वाचित प्रधान बद्रीप्रसाद सुमन ने पत्रकारों से कहा कि किशनगढ़बास में विधायक दीपचंद खैरिया द्वारा कराए गए चहुंमुखी विकास का परिणाम है कि जनता ने विधायक और कांग्रेस पर भरोसा किया है।

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