
नई दिल्ली। महाराष्ट्र राज्य को-ऑपरेटिव बैंक घोटाला मामले में एनफोर्समेंट डायरेक्ट (प्रवर्तन निदेशालय) ने शरद पवार के भतीजे और राज्य के उपमुख्यमंत्री अजित पवार से जुड़ी 65.75 करोड़ रुपये की संपत्ति जब्त की है और उनके मनी लॉन्ड्रिंग मामले में उनसे जुड़ी एक चीनी मिल को अटैच किया है। ईडी की ओर से जब्त की गई संपत्ति में कोरेगांव के चिमनगांव स्थित चीनी मिल की जमीन, इमारत, प्लांट और मशीन शामिल हैं।
इस पर उपमुख्यमंत्री अजित पवार ने कहा कि एजेंसी के पास जांच का अधिकार है, इससे पहले सीआईडी और एसीबी ने जांच की थी, लेकिन कुछ बाहर नहीं आया था। चारों तरफ से जांच चल रही है लेकिन कुछ बाहर नहीं आया है। उन्होंने आगे कहा कि जहां भी जरूरत होगी, मैं अपील जरूर करूंगा क्योंकि इस फैक्टरी पर कई मजदूरों की जीविका इस पर आधारित है।
मनी लॉन्ड्रिंग मामले में अजित पवार को लेकर ईडी के रुख पर शिवसेना सांसद संजय राउत ने कहा कि ईडी और सीबीआई की विवादित जांच के बारे में सभी जानते हैं। उन्होंने आगे कहा कि अगर किसी को लगता है कि इससे महाराष्ट्र सरकार टूट जाएगी, तो वो गलत हैं। उन्होंने आगे कहा कि अगर राज्य में सेना को भी तैनात कर दिया जाएगा, तब भी महाराष्ट्र सरकार नहीं टूटेगी और अपने पांच साल पूरे करेगी।