
मणिपाल विश्वविद्यालय जयपुर की इन्टरनल कमिटी (पॉश) विधि विभाग, फैकल्टी क्लब, एच आर, एम यू जे- तकनीकी विभाग के संयुक्त तत्वावधान में अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के पावन उपलक्ष्य पर भंवरी देवी का सम्मान कार्यक्रम आयोजित किया गया।
भंवरी देवी ने समाज में महिलाओं की प्रास्थिति को सुदृढ़ करने तथा सामाजिक लैंगिक समानता हेतु निरंतर संघर्श किये है और इनको सम्पूर्ण विश्व के लिए प्रेरणा स्त्रोत माना जाता है
भंवरी देवी के अथक संघर्ष परिणामों के अनुरुप माननीय उच्चतम न्यायालय ने कार्यस्थल पर महिलाओं के यौन षोशण की रोकथाम हेतु ”विशाखा गाइडलाइन्स जारी की तथा तत्पश्चात् कार्यस्थल पर महिलाओं के यौन उत्पीडऩ (रोकथाम, निशेध और निवारण) अधिनियम, 2013 के रूप में विधायन लागू किया गया।
मणिपाल विश्वविद्यालय के रजिस्ट्रार प्रो. रविशंकर एच कामथ तथा डीन तकनीकी विभाग प्रो. जगन्नाथ करोड़ी ने भंवरी देवी को प्रशस्ति पत्र एवं स्मृति चिन्ह भेंट किया और प्रो. ललिता लेडवानी, पीठासीन अधिकारी आई.सी. तथा प्रो. विजय लक्ष्मी, डाइरेक्टर, विधि विभाग ने भंवरी देवी को पारम्परिक तरीके से शॉल पहनाकर सम्मानित किया।

प्रो. कामथ ने बताया कि मणिपाल समूह के संस्थापक तोमसे माधव अनन्त पाई का महिला सशक्तिकरण तथा महिला शिक्षा हेतु महत्वपूर्ण योगदान रहा है। प्रो. जगन्नाथ ने भंवरी देवी को नारी षक्ति का प्रतीक बताया।
महिलाओं के लिए भंवरी देवी ने नारी सशक्तिकरण का संदेश दिया तथा महिलाओं को अपने अधिकारों के प्रवर्तन हेतु निरंतर कार्यशील होने के लिए प्रेरित किया। कार्यक्रम का संचालक सुनिता सैनी द्वारा किया गया। कार्यक्रम के अन्त में डॉ. रिचा अरोड़ा ने धन्यवाद ज्ञापित किया।
यह भी पढ़ें-आईआईएचएमआर यूनिवर्सिटी ने श्री विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय के साथ एमओयू किया