मरू महोत्सव-2023 ऐतिहासिक कुलधरा गांव में रंगोली, पर्यटकों ने खाभा फोर्ट में ​लिया लोक संगीत व मयूर नृत्यों का आनंद

kuldhra
जैसलमेर। मरू महोत्सव के अंतिम दिन देशी-विदेशी सैलानियों ने जैसलमेर जिले के ऐतिहासिक कुलधरा गांव एवं खाभा फोर्ट में आयोजित कार्यक्रमों का भरपूर आनंद लिया। साथ ही, वहां पर आयोजित लोक संगीत कार्यक्रमों का भी लुत्फ उठाया। प्राचीन खाभा फोर्ट पर पर्यटन विभाग और जिला प्रशासन के तत्वावधान में मयूर नृत्य के दृश्यावलोकन व संगीत कार्यक्रम का आयोजन किया गया। यहां पर पहुंचे देशी-विदेशी पर्यटकों ने प्रातःकाल नाचते हुए मयूरों को देखा एवं उनके नृत्य को कैमरों में कैद किया। वहीं, पर्यटक लोक कलाकारों द्वारा प्रस्तुत वाद्य संगीत को सुन मंत्रमुग्ध हुए बिना नहीं रह सके।
यहां सैलानियों ने पहाड़ों के बीच उगते हुए सूर्य को निहारा एवं प्राचीन कला संस्कृति को भी बारीकी से देखा। उन्होंने यहां के जियोलॉजिकल संग्रहालय का भी अवलोकन किया। लोक कलाकार तगाराम भील, इमामदीन, फोटे खान ने लोक संस्कृति के सांस्कृतिक कार्यक्रमों की प्रस्तुति दी। जैसलमेर के कुलधरा गांव में चन्द्रप्रकाश व्यास के निर्देशन में प्राचीन घरों में पर बहुत ही सुन्दर रंगोली बनाई गई। घरों पर बेहतरीन और आकर्षक मांडणे बनाए गए। देशी-विदेशी सैलानियों ने वहां पहुंचकर भवनों पर सुन्दर एवं सुसज्जित माडणों की डिजाइन को बारीकी से देखा एवं उनको अपने कैमरों में कैद किया।
घोड़ों की टापों से गूंजा रण क्षेत्र
लाणेला गांव के विशाल भू-भाग में फैले रण क्षेत्र में शानदार घुड़दौड़ प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। इस प्रतियोगिता के तहत गेलफ घुड़दौड़ में 7, मादरी में 5, छोटी रेवाल में 35 तथा बड़ी रेवाल में 10 घोडे़ शामिल हुए। प्रतियोगिता 4 श्रेणियों में आयोजित की गई। इसमें गेलफ घुड़दौड़ में ईश्वर केवलिया प्रथम, लीलू गिरी द्वितीय और नारायण सिंह डेढ़ा का घोड़ा तृतीय स्थान पर रहा। मादरी घुड़दौड़ में रूप सिंह खारा प्रथम, भवानी सिंह पूनमनगर द्वितीय तथा नारायण आसोतरा का घोड़ा तृतीय स्थान पर रहा। छोटी रेवाल घुड़दौड़ में मोहम्मद जांगड़ गुजरात प्रथम, हडुवंत सिंह मूलाणा द्वितीय तथा हजारी सिंह जोधा का घोड़ा तृतीय स्थान पर रहा। सबसे तेज चाल वाली बड़ी रेवाल घुड़दौड़ में गोस्त खान लखनऊ प्रथम, रूपसिंह खारा बाड़मेर द्वितीय और करण भटट् नडियाद गुजरात का घोड़ा तृतीय स्थान पर रहा।