नई दिल्ली के बीकानेर हाउस में स्थापित हुआ अनोखा स्कल्पचर पार्क

bikaner house
नई दिल्ली । नई दिल्ली के बीकानेर हाउस को राजधानी में कल्चरल हब के रूप में विकसित करने की दिशा में कदम उठाते हुए इसके परिसर में स्कल्पचर पार्क स्थापित किया गया है। परंपरागत कला संस्कृति से सराबोर बीकानेर हाउस में आधुनिक एवं समकालीन कला और संस्कृति की झलक लिए हुए स्कल्पचर पार्क का उद्घाटन राजस्थान की मुख्य सचिव उषा शर्मा ने किया। इस मौके पर शर्मा ने कहा कि मुझे खुशी है कि इंडिया आर्ट फेयर के दौरान इस स्कल्पचर पार्क की नींव रखी गई और इसके उद्घाटन का सौभाग्य मुझे मिला। बीकानेर हाउस में स्कल्पचर पार्क की शुरूआत के साथ ही कला, साहित्य, संस्कृति और विरासत से जुड़े मुद्दों पर प्रतिष्ठित हस्तियों के सान्निध्य में ‘बीकानेर हाउस डायलॉग्स’ का आरंभ होना एक अनूठी पहल है।
उन्होंने कहा कि ऐसे आयोजनों के जरिए युवा कलाकारों द्वारा समकालीन कला का प्रदर्शन किया जा रहा है, वहीं वरिष्ठ कलाकारों को स्कल्पचर पार्क द्वारा स्थापत्य कला को पहचानने तथा अपनी जड़ों से जुड़े रहने का मौका प्राप्त हो रहा है। उन्होंने स्कल्पचर पार्क में भाग ले रहे सभी ‘गैलरिस्ट’,‘आर्टिस्ट’ और बीकानेर हाउस की टीम को बधाई देते हुए उम्मीद जताई कि वे विरासत को संवारने एवं बढ़ाने में कोई कमी नहीं रखेंगे तथा इसी प्रकार नई पहल करते रहेंगे। इस अवसर पर दिल्ली में राज्य की अतिरिक्त मुख्य सचिव एवं मुख्य आवासीय आयुक्त शुभ्रा सिंह ने बताया कि इस स्कल्पचर पार्क में नामचीन एवं अंतर्राष्ट्रीय ख्यातिप्राप्त मूर्तिकारों ने हिस्सा लेकर इस पार्क को सफल बनाने में अपना योगदान दिया है।
वहीं, आवासीय आयुक्त धीरज श्रीवास्तव ने कहा कि ‘इंडिया आर्ट फेयर’ और बीकानेर हाउस के तत्वावधान में युवा पीढ़ी की बड़े पैमाने पर भागीदारी सुनिश्चित हो रही है और इससे कला साहित्य के भविष्य की दिशा का निर्धारण भी हो रहा है। उन्होंने बताया कि यह स्कल्पचर पार्क राजस्थानी कला, संस्कृति और विरासत को राष्ट्रीय और अंतराष्ट्रीय ख्याति से जोड़ेगा।
यह कलाकृतियां हो रहीं प्रदर्शित—
स्कल्पचर पार्क में श्री अखिल चंद दास का ‘मोंक’, श्री तपस विश्वास का ‘बनारस घाट’, श्री सतीश गुजराल का ‘द टैªनिटी’, श्री के.एस. राधाकृष्णन की ‘एयर बाउंड माया ऑन द मूव’ श्री टूटू पटनायक का ‘ट्री’, श्री धनंजय सिंह की ‘फेसेस-2’, श्री राम कुमार मन्ना का ‘गणेश’, श्री नीरज गुप्ता का ‘बिटविन हेवन एंड अर्थ’, श्री तपस विश्वास का ‘थ्री गर्ल्स’, सुश्री सीमा कोहली की ‘सरस्वती’ और श्री सुदीप रॉय की ‘12.40 पी.एम.’ सहित कई महत्वपूर्ण कलाकृतियों को प्रदर्शित किया गया है।