प्रवासी श्रमिकाें को जिला प्रशासन ने पहुंचाया मंजिल तक

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जयपुर। शेल्टर होम में रह रहे प्रवासी श्रमिको के लिए जिला प्रशासन द्वारा उनके घर पंहुचाने की प्रक्रिया शुरु कर दी गई है। लॉकडाउन में शेल्टर होम में रह रहे प्रवासी श्रमिकों के लिए जिला प्रशासन द्वारा बुधवार को मध्यप्रदेश जाने वाले श्रमिकों के लिए व्यवस्था की गई। मध्यप्रदेश जाने वाले करीब 446 श्रमिकाें को जयपुर से बसों द्वारा रवाना किया गया ।

इसके अतिरिक्त चौमु उपखण्ड से 90, सांगानेर उपखण्ड से 51,कोटपूतली उपखण्ड से 74, चाकसु एवं फागी उपखण्ड से 67 श्रमिको को भी बसों द्वारा मध्यप्रदेश के लिए रवाना किया गया।

प्रवासी श्रमिको के लिए उनके घर पंहुचाने की प्रक्रिया शुरु कर दी गई है।

अतिरिक्त जिला कलक्टर (चतुर्थ) डा. अशोक कुमार ने बताया की बसो में श्रमिकाें को भेजने की प्रक्रिया में सोशल डिस्टेसिंग के साथ साथ श्रमिकाें के भोजन -पानी की व्यवस्थाओं का भी पूरा ध्यान रखा जा रहा है।

प्रवासी श्रमिकों को लाने की प्रक्रिया शुरू 5 हजार श्रमिक पहुंचे राजस्थान – श्रम मंत्री
जयपुर, 29 अप्रैल। मुख्यमंत्री श्री अशोक गहलोत के अथक प्रयासों से देश के विभिन्न राज्यों में काम कर रहे श्रमिकों को लाने की प्रक्रिया शुरू हो गई है।

श्रम मंत्री श्री टीकाराम जूली ने बताया कि अब तक राजस्थान के लगभग 5 हजार श्रमिकों को प्रदेश लाया जा चुका है एवं शेष को लाने का कार्य प्रक्रियाधीन है। राज्य सरकार द्वारा प्रवासियों को लाने के लिए कॉल सेंटर स्थापित कर रजिस्ट्रेशन भी चालू कर दिया है।

446 श्रमिकाें को जयपुर से बसों द्वारा रवाना किया गया ।

श्रम मंत्री श्री जूली ने बताया कि अभी तक गुजरात राज्य से 4082, मध्य प्रदेश से 400 एवं असम से 400 श्रमिकों को प्रदेश लाकर उन्हें गंतव्य स्थान तक पहुंचाया जा चुका है। शेष राज्यों से हमारे श्रमिकों को लाने के लिए सहमति बन चुकी है।

श्रम मंत्री श्री जूली ने बताया कि भारत के विभिन्न राज्यों में काम कर रहे प्रवासी श्रमिकों को प्रदेश लाने का कार्य प्रारंभ है एवं जल्द ही उन्हें उनके गंतव्य स्थान तक पहुंचा दिया जाएगा।

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उन्होंने बताया कि प्रदेश में काम कर रहे देश के विभिन्न राज्यों के श्रमिकों को भी उनके राज्य में भिजवाने का कार्य चालू कर दिया है। श्रम मंत्री जूली ने बताया कि प्रवासी श्रमिकों को लाने,खाने-पीने, स्वास्थ्य जांच एवं काउंसलिंग संबंधित सभी कार्य राज्य सरकार द्वारा किए जा रहे हैं।