
- सत्याग्रह सप्ताह के तीसरे दिन निबंध प्रतियोगिता के समापन समारोह में बोले वक्ता
- सत्याग्रह सप्ताह के तीसरे दिन जिले भर में हुआ निबंध प्रतियोगिता का आयोजन
हनुमानगढ़। हनुमानगढ़ विधायक चौधरी विनोद कुमार गांधीवाद के जीते जागते उदाहरण हैं। उनको ना कभी किसी पर गुस्सा करते देखा और ना ही किसी की निंदा करते नहीं देखा। ना ही वे किसी का बुरा करते करते हैं। ये कहना था वक्ताओं का जो राष्ट्रपिता महात्मा गांधी जी की 150 वीं जयंती वर्ष के क्रम में 11 से 17 सितंबर तक जिले भर में आयोजित सत्याग्रह सप्ताह के अंतर्गत तीसरे दिन श्श्गांधी अतीत ही नहीं भविष्य भी है,
विषय पर आयोजित निबंध प्रतियोगिता के जिला स्तरीय समारोह में बोल रहे थे। जिला स्तरीय निबंध प्रतियोगिता का आयोजन जंक्शन स्थित महात्मा गांधी राजकीय विद्यालय अंग्रेजी माध्यम में किया गया। जिसमें विभिन्न विद्यालयों से दो-दो विद्यार्थियों ने भाग लिया। विद्यालय परिसर में आयोजित कार्यक्रम में निबंध प्रतियोगिता में विजेता रहे विद्यार्थियों को अतिथियों द्वारा स्मृति चिन्ह व प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि महात्मा गांधी की 150 वीं जयंती मनाने को लेकर गठित जिला स्तरीय समिति के सहसंयोजक श्री तरूण विजय और विशिष्ठ अतिथि जिला शिक्षा अधिकारी प्रारंभिक श्री रामेश्वर गोदारा, सूचना एवं जनसंपर्क श्री सुरेश बिश्नोई, स्काउट जिला कमिश्नर और पूर्व संयुक्त निदेशक श्री मोहनलाल स्वामी, एसडीएमसी सदस्य श्री अश्विनी पारीक और एडीईओ माध्यमिक श्री रणवीर शर्मा थे। इस दौरान अतिथियों ने स्कूल परिसर में ही संयुक्त रूप से फीता काटकर गांधी कॉर्नर का उद्घाटन भी किया। गांधी कॉर्नर में गांधी जी के जीवन से संबंधित विभिन्न किताबों को पढऩे के लिए रखा गया है।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुख्य अतिथि श्री तरूण विजय ने कहा कि आज गांधी के विचारों को ना केवल भारत बल्कि पूरा विश्व मानता है। राज्य के गांधीवादी मुख्यमंत्री श्री अशोक गहलोत की मंशा है कि युवा पीढी गांधी जी के विचारों को पढ़े और उसे अपनी जिंदगी में आत्मसात करे।
इसी उद्देश्य से ये कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं। गांधी जी के विचार आज भी उतने ही प्रासंगिक है जितने पहले थे और आगे भी रहेंगे।एसडीएमसी सदस्य श्री अश्विनी पारीक ने कहा कि हमारे जिले के विधायक चौधरी विनोद कुमार गांधीवाद के जीते जागते उदाहरण हैं। उनको मैने कभी किसी की निंदा करते नहीं देखा। किसी का बुरा करते नहीं देखा। और ना ही किसी पर कभी गुस्सा करते देखा। श्री पारीक ने श्री तरूण विजय को भी गांधीवादी बताते हुए कहा कि उनको भी मैने कभी गुस्सा करते और किसी की बुराई करते नहीं देखा।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए डीईओ प्रांरभिक श्री रामेश्वर गोदारा ने कहा कि गांधी जी के बताए जीवन मुल्यों की आज भी उतनी ही महत्ता है जितनी पहले थी। उन्होने ना केवल युवा वर्ग बल्कि हर वर्ग के लोगों को उसे अपनाने की बात कही। सूचना एवं जनसंपर्क अधिकारी श्री सुरेश बिश्नोई ने कहा कि गांधी जी ने अहिंसा के बल पर युवा, बुजुर्ग, महिला, बच्चों समेत समाज के हर वर्ग को स्वतंत्रता आंदोलन के मंच पर ले आए और देश को आजाद करवा दिया। उन्होने युवा पीढ़ी को गांधीजी की लिखी पुस्तक सच के साथ मेरे प्रयोग पढऩे की बात भी कही। स्काउट कमीश्नर श्री मोहन लाल स्वामी ने कहा कि गांधी जी को रेल से नीचे फेंक दिया गया लेकिन उन्होने कोई रिएक्ट नहीं किया।
आज हम छोटी छोटी बात पर एक दूसरे को देख लेने की धमकी दे देते हैं। हमें गांधी जी के अहिंसा के विचारों को अपने जीवन में अपनाना चाहिए। कार्यक्रम के अंत में स्कूल प्रधानाचार्य श्री गुरमीत सिंह बराड़ ने आये हुए अतिथियों का धन्यवाद ज्ञापित करते हुए बताया कि सत्याग्रह सप्ताह के अंतर्गत 11 से 17 सितम्बर तक गांधी जी के जीवन दर्शन के विभिन्न पहलुओं की जानकारी छात्र-छात्राओं को ऑनलाईन एवं ऑफलाइन उपलब्ध करवाई जा रही है।
स्कूल परिसर में गांधी जी को लेकर जो भी कार्यक्रम आय़ोजित किया जाएगा। उसमें स्कूल प्रशासन पूरा सहयोग करेगा। निबंध प्रतियोगिता में प्रथम स्थान पर राजकीय बालिका उच्च माध्यमिक स्कूल जंक्शन की बालिका हेमानी, दूसरे स्थान पर एनपीएस स्कूल की रूहानी और तीसरे स्थान पर राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय संबंध नगर ( चक ज्वालासिंहवाला) की छात्रा संदीप कौर रही।
स्कूल स्टॉफ श्री सूर्य प्रकाश जोशी ने बताया कि जिला स्तरीय निबंध प्रतियोगिता के निर्णायक मण्डल में सेवानिवृत प्रधानाचार्य श्रीमती गायत्री शर्मा, रावतसर सरकारी स्कूल की प्रधानाचार्य श्रीमती सुनीता भठेजा शामिल थी। इस मौके पर प्रधानाचार्य श्री राकेश सेठी, शाला विकास एवं प्रबंधक समिति से श्री संजीव धूडिया पुस्तकालय प्रभारी श्री कृष्ण चन्द्र इत्यादि समेत अन्य लोग मौजूद रहे।
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