राजस्थान फाउंडेशन के साथ प्रवासी राजस्थानियों ने मनाया स्वतंत्रता दिवस

जूम ऑनलाइन प्लेटफॉर्म पर आयोजित किया ‘‘राजस्थान के स्वतंत्रता सेनानियों को सलाम’’ कार्यक्रम

जयपुर। राजस्थान फाउंडेशन नई दिल्ली ने स्वतंत्रता दिवस के पावन पर्व को देश-दुनिया में बसे प्रवासी राजस्थानियों के साथ मनाया। राजस्थान फाउंडेशन ने जूम ऑनलाइन प्लेटफॉर्म पर राजस्थान के स्वतंत्रता सेनानियों को सलाम कार्यक्रम का आयोजन किया।

कार्यक्रम की शुरुआत में राजस्थान फाउंडेशन के आयुक्त धीरज श्रीवास्तव ने जूम पर जुड़े सभी प्रवासी राजस्थानिओं का स्वागत किया तथा प्रवासी राजस्थानियों को राजस्थान के स्वतंत्रता से लेकर अब तक के विकास के सफ़र से रूबरू करवाया।

धीरज ने कहा कि आज राजस्थान विकास के हर क्षेत्र में परवान चढ़ रहा है, विकास के कार्याे में प्रवासी राजस्थानियों का महत्वपूर्ण योगदान है। 

कार्यक्रम में राजस्थान अभिलेखागार के निदेशक डॉ. महेंद्र खड़कावत ने कहा कि राजस्थान की विकट भौगोलिक परिस्थितियों के बावजूद यहां के रणबांकुरों ने अपनी जान दांव पर लगाकर हिंदुस्तान की आजादी के सपने को साकार करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।

उन्होंने बताया कि राजस्थान अभिलेखागार ने करोड़ों पांडुलिपियों को डिजिटाइज किया है जिससे आने वाली पीढ़ियों को आसानी से हमारे गौरव पूर्ण इतिहास की जानकारी मिल सकेगी।

सुजानगढ़ महाविद्यालय के एसोसिएट प्रोफेसर डॉ. गजादन चारण ‘‘शक्तिसुत’’ ने कार्यक्रम में स्वतंत्रता आंदोलन के दौर के कवियों के डिंगल गीतों एवं वीर रस से भरे राजस्थानी लोकगीतों के माध्यम से प्रवासियों को अपनी आंखें नम करने को मजबूर कर दिया। उन्होंने कहा कि राजस्थानी भाषा ने हिंदी को वीरता के ओज के संस्कार दिए हैं ,इस भाषा को आज संवैधानिक मान्यता की जरूरत है ताकि हम हमारे कीमती भाषाई इतिहास को संजोकर रख सके।

कार्यक्रम में दुबई, जर्मनी, अमेरिका, इजिप्ट, कीनिया सहित दुनिया के विभिन्न हिस्सों से जुड़े प्रवासियों ने अपने भावुक अनुभव सभी के साथ शेयर किए तथा कार्यक्रम की प्रशंसा करते हुए कहा कि ऎसे कार्यक्रमों से विदेशों में बसे प्रवासी राजस्थानी अपनी माटी के साथ करीब से अपनापन महसूस करते हैं ऎसे कार्यक्रमों का लगातार आयोजन होते रहना चाहिए।

कार्यक्रम के अंत में फाउंडेशन के आयुक्त धीरज श्रीवास्तव ने जनरल मैनेजर निधि सेन और राजस्थान फाउंडेशन की टीम सहित सभी प्रतिभागियों का धन्यवाद ज्ञापित किया। कार्यक्रम का संचालन इजिप्ट से प्रवासी राजस्थानी प्रोफेसर दीप्ति ने किया।