सत्य से ज्यादा सुखद कुछ नहीं होता : आर्यिका

बांसवाड़ा। बाहुबली कॉलोनी जैन मंदिर में विराजित आर्यिका रत्न अर्हम श्री माताजी, प्रशस्तमति माताजी ने सुबह प्रवचन में पर्यूषण महापर्व के पांचवें दिन उत्तम सत्य धर्म के बारे में बताया। उन्होंने कहा कि जिसका मन जितना सच्चा होगा, उसका जीवन भी उतना ही सच्चा होगा। इस दुनिया में सत्य को अपमानित किया जाता है। सत्य ने संघर्ष झेले हैं।

यह दुनियादारी सत्य को सहजता से नहीं स्वीकारती क्योंकि सत्य अकेला खड़ा होता है। झूठ के साथ पूरा गिरोह होता है, फिर भी अंतिम विजय सत्य की ही होती है। कहा जाता है सत्य कड़वा होता है यह तो सत्य पर मिथ्या लांछन है। सत्य तो स्वाभाविक रूप से मधुर होता है। सत्य में तो प्राकृतिक मिठास होती है मन और सोच कड़वी होगी, तो सत्य कड़वा ही लगेगा।

सत्य से ज्यादा सुखद कुछ नहीं होता जब तक जानोगे नहीं तो बोलोगे कैसे सत्य तो अंतरंग से प्रकट हो जाना चाहिए। मुख से सत्य बोल भी दिया जाए, तब भी मन तो षड्यंत्र में लगा रहता है। रात्रि को बच्चों द्वारा संस्कारों का शंखनाद नाटिका प्रस्तुत की। चतुर्मास कमेटी के प्रवक्ता महेंद्र भाई कवालिया ने बताया कि मंच का संचालन सनत भाई हथाई और शैलेंद्र कोठारी ने किया।

यह भी पढ़ें-खांदू कॉलोनी जिनालय में श्रीजी का किया अभिषेक, 25 किलो का निर्वाण लाडू चढ़ाया