गहलोत सरकार अब आजादी के अमृत महोत्सव में नेहरू परिवार को करेगी याद

जयपुर। आजादी के अमृत महोत्सव कार्यक्रमों को लेकर विवाद खड़ा हो गया है। अमृत महोत्सव के तहत होने वाले कार्यक्रम में मोदी सरकार की ओर से नेहरू परिवार को नजरअंदाज करने के बाद अब गहलोत सरकार शिक्षा विभाग की तरफ से होने वाले कार्यक्रमों में मोतीलाल नेहरू से लेकर इंदिरा गांधी के योगदान के बारे में बताने की तैयारी कर रही है।

शिक्षा मंत्री बीड़ी कल्ला ने कहा कि हमारी सरकार बच्चों तक नेहरू और गांधी परिवार के साथ-सथ उन सब परिवारों के बारे में स्कूली बच्चों को बताएंगी, जिन्हें भारत सरकार अनदेखा कर रही है। आजादी के अमृत महोत्सव में विद्यार्थियों को आजादी के बारे में सही जानकारी देना, उनसे संबंधित लोगों के बारे में बताना हमारा उद्देश्य है और इसी उद्देश्य के जरिए अलग-अलग कार्यक्रमों से बच्चों तक सही जानकारी पहुंचाएंगे।

उन्होंने कहा कि यह बड़ा दुर्भाग्य है कि भारत सरकार देश में आजादी का अमृत महोत्सव मना रही है, जिन लोगों की वास्तविक आजादी में भूमिका रही, उनका जिक्र तक नहीं किया जा रहा। जिनको लोग जानते तक नहीं हैं, जिनकी किसी भूमिका के बारे में सुना नहीं गया, उनके योगदान का बखान किया जा रहा है। विद्यार्थियों को इतिहास की सही जानकारी मिले, इसको लेकर अब शिक्षा विभाग अलग-अलग कार्यक्रमों के जरिए आजादी के नायकों की वास्तविक भूमिका के बारे में बच्चों को बताएगा।

कल्ला ने कहा कि आजादी में मुख्य रूप से जिनका योगदान रहा है उनको तो पीछे रखा और जिनको लोग जानते तक नहीं हैं उन्हें आगे रखा जा रहा है। जिन परिवारों की तीन-तीन पीढ़ियां मोतीलाल नेहरू, जवाहरलाल नेहरू, इंदिरा गांधी जेल में रहे, उनका कोई जिक्र तक नहीं किया जा रहा है। नेहरू और गांधी परिवार से आजादी में योगदान को इतनी आसानी से नकारा नहीं जा सकता।

कल्ला ने कहा कि अभी आजादी का अमृत महोत्सव चल रहा है। छह अगस्त को पूरे प्रदेश में एक समय एक साथ चार राष्ट्रभक्ति के गीत एक साथ गाए जाएंगे, जिसमें वंदे मातरम, सारे जहां से अच्छा हिंदोस्ता हमारा, आओ बच्चे तुम्हें दिखाएं झांकी हिंदुस्तान की और जन गण मन शामिल है। इसी तरह नौ अगस्त को झंडा दिवस होगा, जिसमें सभी लोग और बच्चे स्कूलों में झंडा लेकर आएंगे।