
जम्मू-कश्मीर के पूर्व फारूक अब्दुल्ला के बहनोई और उमर अब्दुल्ला के फूफा डॉ. मोहम्मद अली मट्टू का रविवार को निधन हो गया। उमर ने खुद ट्वीट कर अपने फूफा के निधन की जानकारी साझा की है।
उमर ने ट्वीट कर दी फूफा के निधन की जानकारी
मालूम हो कि उमर अब्दुल्ला के फूफा का निधन ऐसे समय में हुआ है, जब पूरे देश में कोरोना के कहर को मद्देनजर रखते हुए आगामी 21 दिनों के लॉकडाउन का एलान किया हुआ है। लोगों के एक साथ इकट्ठे होने पर मनाही है। ऐसी स्थिति में उन्होंने ट्वीट कर लोगों से ऐसी अपील की, जिसकी पीएम मोदी ने भी खुद सराहना की है।
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दरअसल, उमर अब्दुल्ला ने ट्वीट कर कहा था कि डॉ. मोहम्मद अली मट्टू का निधन बीमारी के बाद हो गया। इस कठिन समय में परिवार सभी से अपील करता है कि वे अपने निवास स्थान या कब्रिस्तान में इकट्ठा न होने के सरकार के दिशा-निर्देशों का पालन करें।
घरों में रहकर ही कई गईं आपकी प्रार्थनाएं उनकी आत्मा को शांति देंगी। उनके इसी अपील की सराहना करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि उमर अब्दुल्ला और उनके परिवार के प्रति संवेदना व्यक्त करता हूं।
मोहम्मद अली मट्टू की आत्मा को शांति मिले। इस घड़ी में ज्यादा लोगों के एकत्र न होने की आपकी अपील सराहनीय है। यह कोरोना वायरस के खिलाफ जारी भारत की लड़ाई को मजूबती देगा।
उमर ने ट्विटर पर अपने हिरासत के दिनों के अनुभव भी शेयर किए हैं। इन पोस्टों में उमर ने बताया है कि वह कैसे हिरासत में रहकर अपना समय काटते थे।
गौरतलब है की उमर और उनके पिता फारूक अब्दुल्ला हाल ही में नज़रबंद से छूटे हैं। आपको बता दें कि कश्मीर में रविवार को कोरोना वायरस से संक्रमित पांच और मरीज पाए गए।
इन नए मरीजों के साथ ही अब केंद्र शासित प्रदेश में कुल मरीजों की संख्या 38 हो गई है। जम्मू कश्मीर में कोरोना वायरस के कारण मौत का दूसरा मामला सामने आया।