भूमि उपलब्ध होने पर कराएंगे आंगनबाडी केन्द्रों के लिए भवन निर्माण : ममता भूपेश

Mamta Bhupesh
जयपुर। महिला एवं बाल विकास मंत्री ममता भूपेश ने शुक्रवार को विधानसभा में आश्वस्त किया कि जोधपुर के सूरसागर शहरी क्षेत्र में किराए के भवनों में चल रहे आंगनबाड़ी केन्द्राें के लिए जैसे ही भूमि उपलब्ध होगी विभाग द्वारा इन आंगनबाड़ी केन्द्राें के भवन निर्माण करने के प्रयास किये जायेंगे। महिला एवं बाल विकास मंत्री प्रश्नकाल के दौरान सदस्य द्वारा इस संबंध मेें पूछे गए पूरक प्रश्नों का जवाब दे रही थीं। उन्होंने कहा कि शहरी क्षेत्रों में भूमि उपलब्ध होना कठिन होता है।
इससे पहले विधायक सूर्यकान्ता व्यास के मूल सवाल के लिखित जवाब में महिला एवं बाल विकास मंत्री ने अवगत कराया कि वर्तमान में प्रदेश में कुल 61 हजार 848 आंगनबाडी केन्द्र संचालित हैं। उन्होंने इनका संख्यात्मक विवरण सदन के पटल पर रखा।
महिला एवं बाल विकास मंत्री ने कहा कि इन आंगनबाडी केन्द्रों में से 27050 केन्द्र स्वयं के भवनों में संचालित हैं। करीब 26035 आंगनबाडी केन्द्र सरकारी विद्यालयों, सामुदायिक भवनों अथवा अन्य भवनों में संचालित हैं एवं 8763 केन्द्र भूमि एवं भवन की उपलब्धता नहीं होने के कारण किराए के भवनों में संचालित हैं। उन्होंने अवगत कराया कि भूमि एवं भवन विहीन आंगनबाड़ी केन्द्राें के भवन निर्माण का कार्य पंचायतीराज निकाय, स्थानीय निकाय अथवा राजस्व विभाग से निशुल्क भूमि आवंटन होने पर महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा वित्तीय संसाधन की उपलब्धता के आधार पर निर्धारित नॉर्मस अनुसार करवाया जाता है।