इंटरनेशनल टाइगर डे पर 9 देशों के राजदूत व राजनयिक आये द डडीकर फोर्ट

टाइगर के संरक्षण के लिए करने होंगे सामूहिक प्रयास : श्रीवास्तव

गोपेन्द्र भट्ट

नई दिल्ली। देश दुनिया में बाघों की घटती संख्या के मध्य टाइगर संरक्षण के लिए हम सभी को सामूहिक प्रयास करने की नितान्त जरुरत है। राजस्थान फाउंडेशन के आयुक्त धीरज श्रीवास्तव ने यह बात इंटरनेशनल टाइगर डे पर द डडीकर फोर्ट में आयोजित इंटरनेशनल सम्मेलन में मुख्य अतिथि के रूप में बोलते हुए कही। श्रीवास्तव ने कहा कि सरिस्का टाइगर रिजर्व व अलवर के विकास में निश्चित रूप से आज के सम्मेलन से बड़ा सहयोग मिलेगा। श्रीवास्तव ने कहा कि राजस्थान सरकार भी टाइगरों व सरिस्का के विकास के लिए लगातार कार्य कर रही है।

कार्यक्रम को पैराग्वे के राजदूत फ्लेमिंग राउल डुआर्टे, मंगोलिया के राजदूत गोंचिंग गनबोल्ड , त्रिनिदाद और टोबैगो देश के राजदूत डॉ रोजर गोपाल, नाइजर के राजदूत एडो लीको, तंजानिया देश के उच्चायुक्त बाराका हारान लुवंडा, नॉर्थ मैसेडोनिया के कार्यवाहक राजदूत नेहत एमिनी, कोमरोस के काउंसल जनरल केएल गंजू , बुर्किना फासो देश के दूतावास के वाणिज्यिक मामलों के प्रमुख हर्वे डी कौलीबैली, दक्षिण कोरिया की सीनियर रिसर्चर जुंगवा किम व नाइजर के राजनयिक ईसा गैम्बो ने भी संबोधित किया ।

कार्यक्रम के आयोजक द डडीकर फोर्ट के सीएमडी योगेश श्रीराम भेडी, जीटीटीसीआई के संस्थापक अध्यक्ष गौरव गुप्ता, हरिगंगा इंफोटेक के चेयरमैन निशांत शर्मा और मीडिया प्रभारी गौरव शर्मा ने सभी अतिथियों का स्वागत किया। इस अवसर पर प्रसिद्ध फोटोग्राफर अनिल गाबा के द्वारा बनाई गई डडीकर फोर्ट की फोटो और प्रसिद्ध चित्रकार एपी श्रीधरन की पेंटिंग का भी विमोचन अतिथियों ने किया। शाम को ग्रीनस्पेस एग्रीलाइफ के सीए श्रीकिशन गुप्ता की अध्यक्षता में हॉर्टिकल्चर व ऑर्गेनिक फार्मिंग पर विदेशी प्रतिनिधि मंडल से चर्चा की गई। इससे पूर्व राजदूतों व राजनयिक के द डडीकर फोर्ट में आगमन पर राजस्थानी परंपरा के अनुसार स्वागत किया गया।

सरिस्का टाइगर रिजर्व का भ्रमण, मनाएंगे फ्रेंडशिप डे

विदेशी प्रतिनिधि मंडल ने सरिस्का टाइगर रिजर्व का भ्रमण किया। उसके बाद द डडीकर फोर्ट में यूएन फ्रेंडशिप डे राजस्थान सरकार के मनाया गया, जिसके बाद विदेशी प्रतिनिधि मंडल दिल्ली के लिए रवाना हो गया।

धीरज श्रीवास्तव ने बजाया शंख

कार्यक्रम में आयुक्त धीरज श्रीवास्तव ने गणेश जी की प्रतिमा के समक्ष दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया। इस अवसर पर पूजा के दौरान शंख बजता देखकर श्रीवास्तव ने भी शंख ले लिया और खुद ने भी बजाया।