एक हजार शिक्षकों के काफिले को खजूरी में रोका, सीएम के आश्वासन के बाद वापस लौटे

डूंगरपुर। नियमितकरण व वेतन वृद्धि की मांग को लेकर प्रदेशभर के करीब 1000 पैरा टीचर, शिक्षा सहयोगी, शिक्षाकर्मी और मदरसे के शिक्षकों की दांडी यात्रा खजूरी में मुख्यमंत्री के आश्वासन के बाद समाप्त हो गई है। कोर कमेटी की बैठक में शिक्षा मंत्री और मुख्यमंत्री ने 3 दिन में उनकी समस्याओं का समाधान करने आश्वासन दिया है। जिला प्रशासन के मार्फत तीन-चार चरणों में चली वार्ता के बाद सभी शिक्षकों ने दांडी यात्रा समाप्त कर अपने-अपने गृह जिले वापस हो गए हैं।

प्रदेशभर के पैरा टीचर, शिक्षा सहयोगी, शिक्षाकर्मी और मदरसे के शिक्षक अपने नियमितिकरण व वेतन वृद्धि की मांग को लेकर 2 अक्टूबर को उदयपुर में एकत्रित हुए थे। यहां से सभी शिक्षकों ने शांतिपूर्ण तरीके से दांडी यात्रा शुरू की थी। दांडी यात्रा उदयपुर से साबरमती आश्रम गुजरात तक निकाली जा रही थी। दांडी यात्रा उदयपुर से करीब 120 किमी चलकर गुरुवार को पांचवे दिन खेरवाड़ा पहुंची।

दोपहर को जब दांडी में शामिल करीब 1000 शिक्षक शांति मार्च निकालते हुए हाइवे पर खजूरी गांव की ओर बढ़ रहे थे तो जिला कलेक्टर सुरेश कुमार ओला, एसपी सुधीर जोशी को इसकी सूचना मिली, उन्होंने तत्काल ही डिपटी मनोज सामरिया, बिछीवाड़ा थाना पुलिस, सदर थाना, दोवड़ा थाना, रामसागड़ा थाना पुलिस जाब्ता तथा स्थानीय प्रशासनिक अधिकारियों को खजूरी गांव भेजा गया।

अधिकारियों ने शिक्षकों के काफिले को यहां रोक लिया और आगे नहीं बढऩे दिया। सभी शिक्षकों ने हाइवे किनारे महापड़ाव डाल दिया। इसके बाद जिला प्रशासन ने मध्यस्थता करते हुए शिक्षक नेताओं की बात मुख्यमंत्री, शिक्षा मंत्री से कराई। तीन-चार दौर में चली वार्ता में शिक्षकों की मांगों को लेकर आगामी तीन दिन में कोर कमेटी के साथ बैठक में सकारात्मक चर्चा करने पर सहमति बनी, इसके बाद शिक्षकों ने अपना दांडी यात्रा स्थगित कर दी।

वेतन वृद्धि की मांग को लेकर 2 अक्टूबर को उदयपुर में एकत्रित हुए थे। यहां से सभी शिक्षकों ने शांतिपूर्ण तरीके से दांडी यात्रा शुरू की थी। दांडी यात्रा उदयपुर से साबरमती आश्रम गुजरात तक निकाली जा रही थी। दांडी यात्रा उदयपुर से करीब 120 किमी चलकर गुरुवार को पांचवे दिन खेरवाड़ा पहुंची।

दोपहर को जब दांडी में शामिल करीब 1000 शिक्षक शांति मार्च निकालते हुए हाइवे पर खजूरी गांव की ओर बढ़ रहे थे तो जिला कलेक्टर सुरेश कुमार ओला, एसपी सुधीर जोशी को इसकी सूचना मिली, उन्होंने तत्काल ही डिपटी मनोज सामरिया, बिछीवाड़ा थाना पुलिस, सदर थाना, दोवड़ा थाना, रामसागड़ा थाना पुलिस जाब्ता तथा स्थानीय प्रशासनिक अधिकारियों को खजूरी गांव भेजा गया।

अधिकारियों ने शिक्षकों के काफिले को यहां रोक लिया और आगे नहीं बढऩेे दिया। सभी शिक्षकों ने हाइवे किनारे महापड़ाव डाल दिया। इसके बाद जिला प्रशासन ने मध्यस्थता करते हुए शिक्षक नेताओं की बात मुख्यमंत्री, शिक्षा मंत्री से कराई। तीन-चार दौर में चली वार्ता में शिक्षकों की मांगों को लेकर आगामी तीन दिन में कोर कमेटी के साथ बैठक में सकारात्मक चर्चा करने पर सहमति बनी, इसके बाद शिक्षकों ने अपना दांडी यात्रा स्थगित कर दी।

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