
लंदन। ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी और फॉर्मास्युटिकल्स कंपनी एस्ट्राजेनेका द्वारा तैयार कोरोना वैक्सीन जिसका परीक्षण चल रहा है उसका नतीजा आज आ सकता है। ब्रिटेन के आईटीवी नेटवर्क के राजनीतिक संपादक रॉबर्ट पेस्टन ने ये दावा सूत्रों से मिली जानकारी के आधार पर किया है।
कोरोना में सबसे अधिक कारगर मानी जा रही वैक्सीन का मनुष्यों पर तीसरे चरण का परीक्षण चल रहा है। पेस्टन ने अपने ब्लॉग में लिखा है ‘मैंने सुना है कि जल्द ही अच्छी खबर आने वाली है शायद गुरुवार तक।
पहले चरण का परिणाम आना बाकी
हालांकि वैक्सीन इसको तैयार करने वालों को अभी पहले चरण का परिणाम बताना है कि ये सुरक्षित है या नहीं और क्या इससे वायरस को मात दी जा सकती है? वैज्ञानिकों ने इसी माह कहा था कि उसके असर को देख उन्हें बेहतर की उम्मीद है और जुलाई के अंत तक पहले चरण से जुड़ी जानकारी को साझा कर दिया जाएगा। ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी ने कहा, टीम आंकड़ों के प्रकाशन के लिए साइंटिफिक जर्नल से अनुमति के इंतजार में हैं।
मॉडर्ना की वैक्सीन से भी जगी उम्मीद
मॉडर्ना इंक ने भी दावा किया है कि पहले चरण में 45 लोगों पर एमआरएनए-1273 वैक्सीन के ट्रायल में अच्छा संकेत मिला है। न्यू इंग्लैंड जर्नल ऑफ मेडिसिन में कंपनी का दावा है कि परीक्षण में शामिल जिन लोगों को वैक्सीन दी गई उनमें ठीक हो चुके मरीजों में बनने वाली एंटीबॉडीज से अधिक एंटीबॉडीज बनी हैं।
नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ एलर्जी एंड इन्फेक्शियस डिसीज के निदेशक डॉ. एंथनी फॉसी का कहना है कि परिणाम बेहतर हैं और उम्मीद है कि कामयाबी मिलेगी, वैक्सीन से वायरस को मात दी जा सकती है।
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कुछ में साइड इफेक्ट
किसी भी व्यक्ति में साइट इफेक्ट देखने को नहीं मिला है। हां कुछ को थकान, सिर में दर्द, ठंडा लगना, शरीर में दर्द और जहां पर इंजेक्शन लगा वहां दर्द महूसस हुआ लेकिन ऐसा अधिक डोज पाने वालों में हुआ।