बाड़मेर . राजस्थान के बाड़मेर जिले में स्थित पचपदरा मेगा प्रोजेक्ट रिफाइनरी का कार्य तेज़ी से पूरा होने की ओर है। परियोजना की 11 में से 10 इकाइयों का कार्य 90% से अधिक पूरा हो चुका है। मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने गुरुवार को रिफाइनरी साइट का दौरा कर कार्य प्रगति की समीक्षा की।
मुख्यमंत्री शर्मा ने किया निरीक्षण और समीक्षा: मुख्यमंत्री शर्मा ने रिफाइनरी मॉडल और नाइट्रोजन प्लांट का उद्घाटन किया। उन्होंने मंगला प्रोसेसिंग टर्मिनल और साइट पर पौधरोपण भी किया।अधिकारियों से निर्माण की प्रगति और सल्फर रिकवरी यूनिट पर जानकारी ली।सल्फर रिकवरी यूनिट 50% पूरी हो चुकी है, जबकि अन्य इकाइयां 90% से 98% तक तैयार हैं।
परियोजना की मुख्य विशेषताएं: यह रिफाइनरी एचपीसीएल और राजस्थान सरकार के संयुक्त उद्यम एचआरआरएल (HPCL Rajasthan Refinery Limited) द्वारा बनाई जा रही है।यह 9 मिलियन टन वार्षिक क्षमता के साथ बीएस-6 मानक की अत्याधुनिक रिफाइनरी होगी। परियोजना के तहत लाखों लोगों को रोजगार मिलने की संभावना है।
रोजगार सृजन: रिफाइनरी चालू होने के बाद प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से लाखों लोगों को रोजगार मिलेगा।
औद्योगिक विकास: यह प्रोजेक्ट राजस्थान के औद्योगिक विकास में मील का पत्थर साबित होगा।
आर्थिक समृद्धि: राज्य की अर्थव्यवस्था को मजबूती मिलेगी।
पर्यावरण के अनुकूल: बीएस-6 मानक की इस रिफाइनरी से पर्यावरण पर सकारात्मक प्रभाव पड़ेगा।
मुख्यमंत्री शर्मा ने राइजिंग राजस्थान कार्यक्रम में इस मेगा प्रोजेक्ट पर विशेष जोर दिया था। उन्होंने निर्माण कार्यों में तेजी लाने और परियोजना को समय पर पूरा करने की अपील की थी।
मार्च 2025 तक सभी 11 इकाइयों का कार्य पूरा करने का लक्ष्य।परियोजना को मेक इन इंडिया और आत्मनिर्भर भारत अभियान का हिस्सा बताया गया है।रिफाइनरी के आसपास के क्षेत्र में बुनियादी ढांचे के विकास के लिए अतिरिक्त योजनाएं भी शुरू की जाएंगी