
पाली। अक्षय तृतीया, पीपल पूर्णिमा व अन्य अवसरों पर जिले में बाल विवाह की आशंकाओं को देखते हुए जिला मजिस्ट्रेट ने बाल विवाह की रोकथाम के निर्देश दिए हैं। जिला मजिस्ट्रेट दिनेश चन्द जैन ने सभी संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए है कि आखातीज 25 व 26 अप्रेल तथा पीपल पूर्णिमा 7 मई को अबूझ सावा होने के कारण बाल विवाहों के आयोजन की प्रबल संभावनाएं रहती है।
पाली में अक्षय तृतीया, पीपल पूर्णिमा पर बाल विवाह की रोकथाम के निर्देश
बाल विवाह की प्रभावी रोकथाम के लिए ग्राम व तहसील स्तर पर पदस्थापित विभिन्न विभागों के अधिकारी व कर्मचारी एवं स्वयंसेवी संगठनों के माध्यम से बाल विवाह प्रतिषेध के अधिनियमों के प्रावधानों का व्यापक प्रचार प्रसार करने एवं आमजन को इसकी जानकारी करवाते हुए जन जागृति उत्पन्न कर बाल विवाह रोके जाने के लिए कार्यवाही की जानी आवश्यक है।
जिले में बाल विवाह आयोजन न हो इसके लिए सभी उप जिला मजिस्ट्रेट अपने अपने क्षेत्रों में सतत् निगरानी रखेंगे। यदि किसी उपखण्ड क्षेत्र में बाल विवाहों के आयोजन की स्थिति होती है तो इसके लिए संबंधित उपखण्ड मजिस्ट्रेट की जवाबदेही होगी। उन्होंने कहा कि बाल विवाह जैसी सामाजिक कुरीति को रोकने के लिए सर्वोच्च प्राथमिकता प्रदान करें।
पाली जिला मजिस्ट्रेट दिनेश चन्द जैन ने बाल विवाह की रोकथाम के निर्देश दिए
होम्योपैथिक इम्युनिटी बूस्टर मेडिसन किट का वितरण
पाली। लॉकडाउन में कोराना वारियर्स के लिए निदेशालय हो योपेथिक चिकित्सा विभाग जयपुर की ओर से शुक्रवार को हो योपेथिक इम्यूनिटी बूस्टर मेडिसन किट का वितरण किया गया। राजकीय होम्योपैथिक अ श्रैणी चिकित्सालय मंडिया रोड के चिकित्सा प्रभारी डा. रानी चंगेरीवाल एवं डा.ब्रजेश कुमार ने बताया कि शुक्रवार को जिला कल टर दिनेश चन्द्र जैन, उपखंड अधिकारी रोहिताश्व सिंह तोमर समेत कई जिला स्तरीय अधिकारियो को इस किट का वितरण किया गया। उन्होने बताया कि इस हो योपेथिक इ यूनिटी बूस्टर मेडिसन किट में से सुबह भूखे पेट छह छह गोलिया लेने से शरीर में रोग प्रतिरोधक क्षमता में वृद्वि होती है। तथा यह शरीर के लिए लाभदायक भी होती है।