सेवा नहीं करने पर बच्चों के नाम की प्रोपर्टी वापस ले सकते हैं अभिभावक : सेठ

वरिष्ठ नागरिक कल्याण समिति उमंग ने 13वां स्थापना दिवस मनाया

उदयपुर। वरिष्ठ नागरिक कल्याण समिति उमंग का 13वें स्थापना दिवस सोमवार को योग सेवा समिति परिसर मनाया गया। मुख्य वक्ता महाराणा प्रताप वरिष्ठ नागरिक समिति के संस्थापक भंवर सेठ ने कहा कि विश्व में एकल परिवारों की बढ़ती संख्या ने वरिष्ठ नागरिकों की रक्षा, सुरक्षा को लेकर समस्याएं खड़ी कर दी हैं। केन्द्र सरकार ने वर्ष 2010 में वरिष्ठ नागरिकों के लिए नया कानून भी बनाया।

जिसके तहत प्रोपर्टी नाम करने के बाद यदि बच्चे सेवा न करें तो माता-पिता प्रोपर्टी वापस ले सकते हैं। इस कानून में और संशोधन किया जा रहा है। जिसमें परिवार की हैसियत के अनुसार प्रति माह खर्च देने का प्रावधान है। मुख्य अतिथि आरएनटी मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ. लाखन पोसवाल थे।

विशिष्ट अतिथि जैन सोश्यल ग्रुप मेवाड़ रीजन के संस्थापक अध्यक्ष डॉ. ओपी चपलोत, जेएसजी इंटरनेशनल फेडरेशन के उपाध्यक्ष आरसी मेहता, जैन सोश्यल ग्रुप मेवाड़ रीजन के चेयरमैन मोहन बोहरा, एडवोकेट फतहलाल नागौरी, समारोह के अध्यक्ष रोटरी क्लब उदयपुर के पूर्व अध्यक्ष महेन्द्र टाया, आलोक पगारिया ने भी विचार रखे।

वरिष्ठजनों का सम्मान, सांस्कृतिक कार्यक्रम भी हुए

समिति अध्यक्ष डॉ. प्रेम दक ने 75 वर्ष पार वरिष्ठ नागरिकों, 105 वर्षीय कन्हैयालाल टाया, जोगिंदरसिंह सलूजा, रविकांत जोशी, मोतीलाल मिण्डा, गौतम कोठारी, सुभाष सिंघई, शिवदानसिंह तलेसरा सहित कई सदस्यों का सम्मान किया। साथ ही सांस्कृतिक कार्यक्रम हुए। इसमें शारदा तलेसरा व निमिता मेहता ने नृत्य, चन्द्रकांता मेहता ने गीत की प्रस्तुति दी।

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