पीडीकेएफ की महिलाओं ने फाउंडेशन के लिए फंड्स एकत्रित करने के लिए बनाई कलाकृतियां

प्रिंसेस दीया कुमारी फाउंडेशन (पीडीकेएफ) ने एक अनूठी पहल के तहत, ‘द आर्ट घर’ के साथ मिलकर हाल ही में जयपुर में आर्ट फंडरेज़र का आयोजन किया। पीडीकेएफ की महिलाओं ने द आर्ट घर में दो दिनों की अवधि में 10 पेंटिंग्स बनाई, जिनमें से 6 पेंटिंग्स की फंडरेजर में बिक्री हुई।

आर्ट घर में कला, रचनात्मकता से भरपूर और रोचक चर्चा के साथ संपन्न हुए इस शानदार फंडरेज़र कार्यक्रम में शहर के 25 जाने-माने लोगों ने हिस्सा लिया। कार्यक्रम में शिविना कुमारी, देविशा कुमारी, सुजाता भंडारी, नताशा सिंह सहित कई अन्य मेहमान शामिल हुए। पीडीकेएफ से प्रिंसेस गौरवी कुमारी और ‘द आर्ट घर’ की श्रद्धा जैन द्वारा आयोजित इस अनोखे कार्यक्रम में महिलाओं को अपनी कहानियों और जीवन के अनुभवों को एक दूसरे के साथ साझा करने के साथ-साथ उन्हें कैनवास पर जीवंत करने का मौका मिला।

6 पेंटिंग्स में से एक पेंटिंग गुड्डी देवी द्वारा बनाई गई ‘मेरा सपना’ थी, जिसमें उन्होंने अपने माता पिता के लिए एक घर बनाने के अपने बचपन के सपने को दर्शाया है। उन्होंने एक सुन्दर बगीचे और पानी का तालाब के पास दो मंजिला घर बनाने का सपना देखा था। उन्होंने अपने सपने को एक बादल में चित्रित किया, क्योंकि वह मानती हैं कि उनका सपना आकाश में एक बादल जितना बड़ा है।

इसी प्रकार से, पीडीकेएफ की लाजवंती ने अपनी पेंटिंग ‘नारी की शक्ति’ में नारी शक्ति को दर्शाया है। इस कलाकृति में दिखाया गया है कि कैसे एक महिला एक ही समय में एक डॉक्टर, एक गृहिणी, एक शिक्षक और डिजाइनर हो सकती है। वे पेंटिंग में बनी महिला के रूप में खुद को देखती हैं और कहती हैं कि “मैं इन सभी चीजों को करने और एक महिला के रूप में हर दिन आगे बढ़ने की आकांक्षा रखती हूं। मैं खुद को उसमें देखती हूं।”

फंडरेजर कार्यक्रम में आमंत्रित मेहमानों ने पेंटिंग्स देखने और खरीदने के साथ-साथ ‘द आर्ट घर’ के सुकून भरे माहौल में कला बनाने का भी लुत्फ उठाया।

इस अवसर पर, पीडीकेएफ की प्रिंसेस गौरवी कुमारी ने कहा कि, “पीडीकेएफ की महिलाओं के लिए कला का निर्माण और उससे जुड़ना और अपने चित्रों के माध्यम से अपनी चुनौतियों और आकांक्षाओं को व्यक्त करना एक असाधारण उपचारात्मक अनुभव था। इस कार्यक्रम का हिस्सा बनकर, फाउंडेशन की महिलाओं को अपने जीवन के अनुभवों को सरल लेकिन हृदयस्पर्शी तरीके से साझा करने के लिए एक अनूठा मंच मिला, जिसने फंडरेजर कार्यक्रम में मेहमानों के दिलों को छू लिया।”

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