केंद्र की मोदी सरकार के कुप्रबंधन से आया देश में बिजली संकट : धारीवाल

कोटा। स्वायत्त शासन मंत्री शाति धारीवाल सोमवार को अपने निवास पर जनसुनवाई कर आम लोगों से रूबरू हुए तथा संबंधित विभागों को त्वरित समस्या निराकरण करने के निर्देश दिए। जनसुनवाई में 200 से अधिक प्रकरण प्राप्त हुए। जिसमें सबसे अधिक मामले तबादलों के थे। इस मौके पर मीडिया से बातचीत करते हुए यूडीएच मंत्री शांति धारीवाल ने कहा कि पहले कभी ऐसी बात सामने नहीं आई जो आज देखने को मिल रही है। यह केंद्र सरकार का दिया हुआ संकट मोदी सरकार का कुप्रबंधन है।

उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार ने कोयला जमा करके नहीं रखा दुनिया जानती है कि खदारों में पानी भर जाता है अभी इधर उधर की बात करने से कोई फायदा नहीं कोल इंडिया की जिम्मेदारी है जो उन्होंने जो कमिटमेंट किया है जितना कोयला बिजलीघर को देना चाहिए उतना नहीं दे रहे हैं। धारीवाल ने दावा किया कि दरियाबाद और वल्लभनगर में हो रहे उपचुनाव में कांग्रेस के प्रत्याशियों की जीत होगी। उन्होंने कहा कि 10 लाख पट्टे बांटने हैं लेकिन उसकी कोई टाइम लिमिट नहीं है अभी तक 35000 से ज्यादा पट्टे बांटे जा चुके हैं।

तबादला कराने के लिए सबसे ज्यादा प्रार्थना पत्र

जन-सुनवाई में सबसे अधिक तबादलों, यूआईटी, नगर निगम, चिकित्सा एवं स्वास्थ्य और बिजली की समस्याओं प्रकरण प्राप्त हुए। उन्होंने परिवादियों से रूबरू होकर समस्याओं को सुना तथा मूलभूत आवश्यकताओं, आवासीय क्षेत्रों में सड़क, पेयजल आदि समस्याओं के संबंध में नगर निगम व नगर विकास न्यास के अधिकारियों को समयबद्ध निस्तारण के लिए निर्देश दिए।

जनसुनवाई में विभिन्न सामाजिक संगठनों, कार्मिक संघ ने भी ज्ञापन प्रस्तुत किए। व्यक्तिगत लाभ की योजनाओं में उन्होंने परिवादी की पात्रता के आधार पर त्वरित लाभ प्रदान करने के निर्देश दिए। कॉलेज छात्रों ने एकीकरण के मामले को लेकर मंत्री धारीवाल को ज्ञापन दिया।

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