
जयपुर एयरपोर्ट के निजीकरण की तैयारी लगभग पूरी हो चुकी है। 12 अगस्त से अडानी समूह का 2 माह का ऑब्जर्वेशन पीरियड शुरू हो जाएगा। इस दौरान अडानी गु्रप की टीम फ्लाइट संचालन से जुड़े सभी बिन्दुओं को समझेगी। टीम एयरपोर्ट बिल्डिंग, एप्रन एरिया, पार्किंग, टर्मिनल-1 सहित सभी जगहों पर कामकाज को समझेंगे।
2 माह के आब्जर्वेशन पीरियड के बाद अक्टूबर माह के मध्य में एयरपोर्ट का संचालन पूरी तरह से अडानी समूह के पास चला जाएगा। अडानी समूह ने विष्णु मोहन झा को जयपुर एयरपोर्ट का चीफ एयरपोर्ट ऑफिसर नियुक्त किया है। एयरपोर्ट का संचालन अडानी समूह के पास जाने के बाद 3 साल तक एयरपोर्ट अथॉरिटी के कर्मचारी ही यहां काम करते रहेंगे।

एयरपोर्ट निदेशक जेएस बलहारा ने बताया कि 12 अक्टूबर के बाद एयरपोर्ट के एयर ट्रैफिक कंट्रोल (एटीसी) एवं कम्युनिकेशन एंड नेविगेशन (सीएंडजी) सिस्टम को अथॉरिटी के अधिकारी, कर्मचारी ही संभालेंगे।
इसके अलावा इंजीनियरिंग, फाइनेंस, एडमिनिस्ट्रेशन, कॉमर्शियल, फायर, ऑपरेशन्स आदि में कार्यरत कर्मचारी तीन साल तक अडानी समूह के साथ मिलकर कार्य करेंगे। इसके बाद ये अपने लिए विकल्प चुन सकेंगे, जिनमें या तो कर्मचारी अडानी ग्रुप के साथ जुड़े रह सकते हैं या एयरपोर्ट अथॉरिटी के अन्य एयरपोर्ट पर तबादला करवा सकते हैं।