पंजाब निकाय चुनाव : हरसिमरत कौर भी अपना गढ़ नहीं बचा सकी

पंजाब निकाय चुनाव में भाजपा और अकाली दल ने अलग-अलग चुनाव लड़ा और दोनों ही पार्टियों को निराशा हाथ लगी। कृषि कानूनों को लेकर मोदी सरकार से नाता तोडऩे वालीं हरसिमरत कौर भी अपना गढ़ नहीं बचा पाईं हैं।

बठिंडा निगम चुनाव में 50 सीटों के नतीजे आ चुके हैं। कांग्रेस को 43 सीटें मिली हैं। वहीं अकाली दल को सात सीटों पर जीत हासिल हुई है। भाजपा और आम आदमी पार्टी अपना खाता भी नहीं खोल पाई है। इसके अलावा वार्ड नंबर- 1 से वित्त मंत्री मनप्रीत सिंह बादल के खास कांग्रेस नेता टहल सिंह संधू की पत्नी मनदीप कौर को 25 वोटों से हराकर अकाली दल की प्रत्याशी अमनदीप कौर विजेता बनी हैं।

निगम चुनाव में इस बार कांग्रेस को मिली बढ़त के कारण अब निगम में 53 वर्ष बाद कांग्रेस का मेयर बनेगा। मेयर की दौड़ में सबसे पहले वार्ड नंबर 48 से जीते कांग्रेस नेता जगरूप सिंह गिल का नाम सामने आ रहा है। हालांकि कांग्रेस पार्टी की तरफ से अभी या चुनाव से पहले मेयर के बारे में किसी चेहरे का एलान नहीं किया गया।

वहीं भगता भाईका के वार्ड नंबर 10 से शिअद प्रत्याशी रघुवीर सिंह ने आरोप लगाया कि वह काउंसिल चुनाव में आसानी से जीत गए थे लेकिन विरोधी पक्ष की ओर से उन्हें विजेता सर्टिफिकेट नहीं देने दिया गया। वे तब तक अपने समर्थकों के साथ भगता नथाना रोड पर जाम लगाकर धरना लगाए बैठेंगे जब तक उनको इंसाफ नहीं मिलता।

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