रेल यात्रियों की मददगार बनी रेलवे सुरक्षा बल

उत्तर पष्चिम रेलवे का रेलवे सुरक्षा बल रेल यात्रा करने वाले यात्रियों के साथ-साथ आश्रयहीन महिलाओं तथा बच्चों के लिए मददगार साबित हो रहे है।
उत्तर पष्चिम रेलवे के मुख्य जनसम्पर्क अधिकारी के अनुसार रेलवे सुरक्षा बल द्वारा इस वर्ष के दौरान 133 बच्चों एवं 16 महिलाओं जो बेघर हो गए थे, को उनके परिजनों, एनजीओ, पुलिस को सुपुर्द कर उनकी घर वापसी सुनिष्चित किया।
रेलवे सुरक्षा बल रेल नियम तोड़ने वालो के विरूद्ध सख्त कार्यवाही कर रहा है। वर्ष 2020 के दौरान रेल गाडी व रेल परिसर मे आईपीसी/सीआरपीसी, आर्मस एक्ट, के तहत कुल 45 अपराधियों को पकड कर राजकीय रेलवे पुलिस को सुुपुर्द किया गया।
पूर्व में घटित एक अन्य घटना में हेड कांस्टेबल मुकेष मीणा तैनात जोधपुर पोस्ट द्वारा सवारी गाड़ी संख्या 22478 में फुलेरा से जोधपुर एस्कार्टिंग के दौरान मेड़तारोड स्टेषन पर चलती ट्रेन से गिरती हुई एक महिला, जहां पर स्थितियां बहुत विषम थी, अपने जीवन की चिन्ता किए बगैर उनके प्राणों को बचाया जिसके लिए उन्हें जीवन रक्षा पदक से सम्मानीत किया गया। यात्रियों तथा आमजन को सुरक्षित यात्रा कराने के लिए रेलवे सुरक्षा बल निरंतर प्रयासरत है।