राजस्थान आई.एल.डी. कौशल विश्वविद्यालय व मणिपाल विश्वविद्यालय के मध्य एमओयू


पेट्रोकैमिकल व कैमिकल इंजीनियरिंग के क्षेत्र में कार्य करने की योजना

जयपुर। राजस्थान आई.एल.डी. कौशल विश्वविद्यालय व मणिपाल विश्वविद्यालय के मध्य शुक्रवार को एमओयू किया गया जिसमें पेट्रोकैमिकल व कैमिकल इंजीनियरिंग क्षेत्र में मिलकर कार्य करने की योजना है। इस क्षेत्र में राजस्थान में युवाओं को अपार रोजगार मिलने की विस्तृत सम्भावनाएँ है।
राजस्थान आई.एल.डी. कौशल विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. ललित के. पंवार व मणिपाल विश्वविद्यालय के प्रेसिडेंट डॉ. जी.के. प्रभु की उपस्थिति में दोनों विश्वविद्यालय के रजिस्ट्रार देवेन्द्र शर्मा व प्रो. एच. रविशंकर कामत ने एमओयू पर हस्ताक्षर किये।
मणिपाल विश्वविद्यालय परिसर में आयोजित एमओयू के सादे व संक्षिप्त समारोह में कुलपति डॉ. ललित के. पंवार ने कहा कि बाड़मेर जिले के पचपदरा ग्राम में पेट्रोरिफाइनरी स्थापित की गई है व इस क्षेत्र में युवाओं को रोजगार मिलने की पूरी सम्भावनाएँ है। जिसके लिए राजस्थान आई.एल.डी. कौशल विश्वविद्यालय द्वारा विभिन्न स्तर पर एमओयू कर पेट्रोकैमिकल क्षेत्र में कोर्सेस प्रारम्भ कर युवाओं को प्रशिक्षण दिया जायेगा। उल्लेखनीय है कि इस रिफाइनरी के पास राज्य सरकार ने राजस्थान आई.एल.डी. कौशल विश्वविद्यालय को 30 एकड़ जमीन आवंटित की है। जहाँ विश्वविद्यालय द्वारा ऊर्जा ग्राम विकसित किया जायेगा।
अवसर पर राजस्थान आई.एल.डी. कौशल विश्वविद्यालय के मणिपाल विश्वविद्यालय के प्रेसिडेन्ट डॉ. जी.के. प्रभु ने कहा कि राजस्थान आई.एल.डी. कौशल विश्वविद्यालय के विभिन्न कोर्सेस रोजगारोन्मुखी है। मणिपाल विश्वविद्यालय भी रीसू से मिलकर पेट्रोकैमिकल व कैमिकल इंजीनियरिंग क्षेत्र में युवाओं को रोजगार देने के लिए विशेष कार्य करेंगे।
इस कौशल शिक्षा निदेशक प्रो. अशोक के. नगावत, वित्तीय सलाहकार उम्मेद सिंह, परीक्षा नियंत्रक पी.एम. त्रिपाठी, सम्पदा निदेशक वी.के. माथुर, माइनिंग इंजीनियरिंग स्किल्स डीन दिलीप सक्सेना व मणिपाल विश्वविद्यालय के विभिन्न प्रोफेसर मौजूद थे।