राजस्थान अध्यापक पात्रता परीक्षा (रीट) की बैठक आयोजित

कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा
कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा

जयपुर । शिक्षा मंत्री गोविन्द सिंह डोटासरा की अध्यक्षता में मंगलवार को शासन सचिवालय में राजस्थान अध्यापक पात्रता परीक्षा (रीट) के आयोजन तथा तृतीय श्रेणी अध्यापक लेवल प्रथम व द्वितीय की भर्ती प्रक्रिया के संबंध में बैठक  का आयोजन किया गया। बैठक में डोटासरा ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि रीट की परीक्षा से संबंधित कार्यवाही त्वरित और प्रभावी रूप में की जाए। उन्होंने इस संबंध में विभिन्न स्तरों पर अब तक की गयी कार्यवाही और तैयारियों के बारे में समीक्षा भी की।

राजस्थान के पात्र अभ्यर्थियों के व्यापक हित को ध्यान में रखते हुए कार्यवाही किए जाने के निर्देश

उन्होंने कहा कि राजस्थान अध्यापक पात्रता परीक्षा का आयोजन माध्यमिक शिक्षा बोर्ड, अजमेर से कराने से पहले बोर्ड अधिकारियों के साथ भी एक बैठक की जाए। उन्होंने राजस्थान के पात्र अभ्यर्थियों के व्यापक हित को ध्यान में रखते हुए परीक्षा के आयोजन के लिए सभी स्तरों पर कार्यवाही किए जाने के लिए भी अधिकारियों को निर्देश दिए।

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डोटासरा ने बैठक में तृतीय श्रेणी अध्यापक लेवल प्रथम और द्वितीय की भर्ती प्रक्रिया को भी तर्कसंगत और अभ्यर्थियाें के व्यापक हित को ध्यान में रखते हुए सुनिश्चित किए जाने के लिए भी अधिकारियों को निर्देश दिए। बैठक में स्कूल शिक्षा विभाग की शासन सचिव श्रीमती मंजू राजपाल, समग्र शिक्षा अभियान के परियोजना निदेशक श्री अभिषेक भगोतिया, निदेशक प्रारंभिक शिक्षा श्री सौरभ स्वामी सहित बड़ी  संख्या में अधिकारियों ने भाग लिया।

माहेश्वरी शिक्षण संस्थान की पुस्तक का लोकार्पण

जयपुर । शिक्षा मंत्री गोविन्द सिंह डोटासरा ने गुणवत्तापूर्ण शिक्षा के लिए सभी स्तरों पर प्रभावी प्रयास किए जाने का आह्वान किया है। उन्होंने कहा कि यह सुखद है कि बस्ते का बोझ कम करने के लिए किए जा रहे राज्य सरकार के प्रयासों को निजी शिक्षण संस्थाओं के स्तर पर भी अपनाने की पहल हुई है। उन्होंने ‘माहेश्वरी एजूकेशन कमेटी’ द्वारा विद्यार्थियाें के हित में बस्ते का बोझ कम करने के लिए की गयी पहल की प्रशंसा भी की।

डोटासरा यहां माहेश्वरी शिक्षण संस्था परिसर में माहेश्वरी शिक्षण संस्थाआें में विद्यार्थियों के लिए सभी विषयों की एक पुस्तक के एकीकृत स्वरूप का लोकार्पण करते हुए यह बात कही। उन्होंने कहा कि शिक्षा के समुचित प्रसार के लिए सरकार के साथ-साथ निजी शिक्षण संस्थाओं का भी महत्ती योगदान है। उन्होंने कहा कि गुणवत्तापूर्ण शिक्षा के साथ ही यह भी जरूरी है कि विद्यार्थियों के बस्ते का बोझ कम हो। उन्होंने विभिन्न विषयों के एकीकृत रूप के साथ ही विद्यार्थियों में सीखने की क्षमता आधारित विषयों पर अधिक फोकस किए जाने पर भी जोर दिया।

शिक्षा मंत्री ने माहेश्वरी शिक्षण कमेटी द्वारा प्रकाशित हिन्दी, अंग्रेजी, गणित, कम्प्यूटर, आर्ट एंड क्राफ्ट आदि के एकीकृत एक ही पुस्तक की सराहना करते हुए कहा कि इससे विद्यार्थियों को बेहद आसानी होगी। उन्हें सीखने के लिए भी अधिक श्रम नहीं करना पड़ेगा। उन्होंने इस तरह के प्रयासों के साथ ही विद्यार्थियों को आनंददायी शिक्षा के लिए प्रयत्न करने पर जोर दिया।
इससे पूर्व में माहेश्वरी शिक्षण समिति के पदाधिकारियों ने शिक्षा में किए जाने वाले नवाचारों के बारे में भी शिक्षा मंत्री श्री डोटासरा को अवगत कराया।