जर्मनी में राजस्थानी प्रवासियों ने बिखेरी राजस्थान की छटा

फ्रेंकंफर्ट

विभिन्न सांस्कृति कार्यक्रमों में महिलाओं और बच्चों ने लिया भाग

जर्मनी। जर्मनी के फ्रेंकफर्ट शहर में राजस्थानियों ने यहां स्थित आसमाई मंदिर में होल स्नेह मिलन समारोह मनाया। समारोह में बड़ी संख्या में प्रवासी राजस्थानियों ने भाग लिया।  राजस्थानी एसोसिएशन का गठन साल 2019 में निशा सिंह टांक, स्मिता पारीक, अंकिता जैन, दीपेश टांक और अनंत पारीक ने किया था। इस वक्त इसमें 80 सदस्य हैं।

संस्कृति को नहीं भूलें प्रवासी : राणा हरगोविंद सिंह (संस्थापक, राज. एसो. जर्मनी)

प्रवासी राजस्थानी जर्मनी

राजस्थानी एसो. फ्रेंकफर्ट के संस्थापक और आयोजक दीपेश टांक ने कहा, एसोसिएशन द्वारा किए जा रहे सामाजिक कार्यों की जानकारी साझा की। महिलाओं ने लोक गीत गाए। सह-संस्थापक और संरक्षक अनंत पारीक ने कहा, समूह का गठन राजस्थान की संस्कृति को विदेश में जीवित रखने के उद्देश्य से किया गया है। इससे आने वाली पीढिय़ां भी राजस्थान की भावी संस्कृति को भुला नहीं पाएंगी। हम चाहते हैं कि जर्मनी का प्रत्येक व्यक्ति राजस्थान की संस्कृति से जुड़ा रहे। जर्मनी में राजस्थानी एसो. (आरएजी) के प्रमुख राणा हरगोविंद सिंह कहा प्रवासी राजस्थानियों को एक मंच पर लाने का यह सबसे अच्छा तरीका है। वे जहां भी रहें राजस्थान की समृद्ध संस्कृति और परंपराओं को नहीं भूलें।

पारंपरिक पोशाक में आईं महिलाएं

Pravasi rajasthani

खासकर, युवा पीढ़ी को एक ऐसा समुदाय देना जहां वे अपनी संस्कृति के बारे में सीख और समझ सकें। उन्होंने कहा, इस तरह के आयोजन में बहुत समय, ऊर्जा, प्रतिबद्धता, समन्वय और आत्म प्रेरणा लगती है। होली मिलन समारोह आरंभ होने से पहले भगवान को भोग लगाया गया। लोगों ने एक-दूसरे को रंगोली तिलक लगाया और होली की शुभकामनाएं दीं। सभी राजस्थानी पारंपरिक पोशाक में कार्यक्रम में शामिल हुए। महिलाओं ने राजपूती पोशाक धारण क। पुरुष जोधपुरी सूट और पाजामा-कुर्ता पहने थे। राजस्थानी गायक कलाकारों ने होली में उड़ा रे गुलाल, घूमर, कालो कूद पडय़ो मेला में गीतों की प्रस्तुति दी। बच्चों के लिए चित्रकला प्रतियोगिता कराई गई। राजस्थानी संस्कृति पर प्रश्नोत्तरी हुई।  इस मौके पर दीपेश, अनंत, स्मिता, रोहित, दिव्या, जितेन्द्र, अर्पित, रमाकांत सहित बड़ी संख्या में राजस्थानी समाज के लाग मौजूद रहे।

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