
जयपुर। अशोक गहलोत सरकार को गिराने की साजिश रची जा रही है। कांग्रेस विधायकों ने बीजेपी पर यह आरोप लगाया गया है। इसको लेकर राजस्थान पुलिस के स्पेशल टास्क फाॅर्स स्पेशल आपरेशन ग्रुप यानि एसओजी ने राज्य में विधायकों की खरीद फरोख्त और निर्वाचित सरकार को अस्थिर करने के आरोपों में शुक्रवार को एक मामला दर्ज किया है।
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हस्ताक्षर सहित जारी संयुक्त बयान में विधानसभा में मुख्य सचेतक डॉ. महेश जोशी और उप मुख्य सचेतक महेंद्र चौधरी ने यह आरोप लगाया है।
संयुक्त बयान में 24 विधायकों के नाम दिए गए हैं जिनमें लाखन सिंह, जोगेंद्र सिंह अवाना, मुकेश भाकर, इंद्रा मीणा, वेद प्रकाश सोलंकी, संदीप यादव आदि शामिल हैं।
राजस्थान की कांग्रेस सरकार गिराने का खुलासा राजयसभा चुनाव के दौरान हुआ था
राज्य विधानसभा में कुल 200 विधायकों में से कांग्रेस के पास 107 विधायक और भाजपा के पास 72 विधायक हैं। राज्य के 13 में से 12 निर्दलीय विधायकों का समर्थन भी कांग्रेस को है।
जून में राज्य से हुए राज्यसभा की तीन सीटों के चुनाव से पहले सत्तारूढ़ कांग्रेस ने कुछ विधायकों को प्रलोभन दिए जाने का आरोप लगाया था। पार्टी की ओर से इसकी शिकायत विशेष कार्यबल (एसओजी) को की गयी। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा था कि राज्य में विधायकों को प्रलोभन दिया जा रहा है और करोड़ों रुपये की नकदी जयपुर स्थानांतरित हो रही है।
एसओजी के अनुसार 13 जून को हुई बातचीत में विधायकों को खरीदने और गहलोत सरकार को गिराने का मामला सामने आया। इन दोनों नंबरों पर हुई वार्ता में सामने आया है कि वर्तमान सरकार को गिराकर नया मुख्यमंत्री बनाया जाएगा। उधर, मुख्यमंत्री अशोक गहलोत तक ने सार्वजनिक तौर पर कहा था कि कांग्रेस विधायकों एवं निर्दलीय विधायकों को 20-25 करोड़ रुपए का प्रलोभन दिया जा रहा है।