
राज्यसभा चुनाव के बीच राजस्थान की तीन सीटों पर कांग्रेस दो सीटों पर जीत को लेकर आश्वस्त है लेकिन, तभी विधायकों की खरीद फरोख्त (हॉर्स ट्रेडिंग) की खबरों के बीच सतर्क हुए अशोक गहलोत ने कांग्रेस विधायकों और समर्थित निर्दलीय विधायकों की बाड़ेबंदी कर रिजॉर्ट में शिफ्ट कर दिया है । इसके बाद राजस्थान की राजनीति उफान पर है। रिजॉर्ट में कांग्रेस की तरफ से एक प्रेस वार्ता की गई जिसे राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट, केसी वेणूगोपाल, रणदीप सुरजेवाला, अवनिश पांडे ने संबोधित किया।
जयपुर। राज्यसभा चुनाव से पहले राजस्थान में कांग्रेसी विधायकों की बाड़ेबंदी के बीच कांग्रेस के उच्च स्तरीय नेताओं ने एक प्रेस वार्ता की। इस प्रेस वार्ता में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, डिप्टी सीएम सचिन पायलट, पर्यवेक्षक रणदीप सिंह सुरजेवाला, प्रभारी अविनाश पांडे ने इस कॉन्फ्रेंस में पत्रकारों के सवालों के जवाब दिए। इसी दौरान पार्टी की ओर से एक बार फिर दावा किया गया है कि आगामी राज्य सभा चुनाव में पार्टी के दोनों उम्मीदवारों की जीत तय है।
रिजॉर्ट में रुके हैं कांग्रेस और उसके समर्थित निर्दलीय विधायक
इससे पहले गुरुवार को मुख्यमंत्री अशोक गहलोत पार्टी के अन्य आला नेता लगभग 100 कांग्रेसी एवं निर्दलीय विधायकों के साथ बीती रात जयपुर-दिल्ली नेशनल हाइवे पर स्थित एक रिजॉर्ट में रुके। राज्यसभा चुनावों से पहले पार्टी के विधायकों को बीजेपी की ओर से अपने पाले में करने के आरोपों के बीच यह कदम उठाया गया। विधायकों ने राजस्थान में 19 जून को राज्यसभा के तीन सीटों पर होने वाले चुनाव पर चर्चा की।
गहलोत ने लगाया था लालच देने का आरोप
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने बुधवार को विधायकों को लालच देकर खरीदे जाने के प्रयासों का आरोप लगाया था। वह स्वयं पूरी व्यवस्था को देख रहे हैं। सरकारी मुख्य सचेतक महेश जोशी ने बताया कि बृहस्पतिवार रात को 8-10 विधायक व्यक्तिगत और स्वास्थ्य कारणों से रिजॉर्ट से लौट गए थे कि वे शुक्रवार को वापस आयेंगे। अन्य लगभग सभी 100 विधायकों ने बीती रात रिजॉर्ट में बिताई।
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यह हैं उम्मीदवार और क्या कहते हें आंकड़ें
राजस्थान में राज्यसभा की तीन सीटों के लिये चुनाव 19 जून को होगा जिसके लिये कांग्रेस ने के सी वेणुगोपाल ओर नीरज डांगी को प्रत्याशी के रूप में चुनाव मैदान में उतारा है वहीं भाजपा ने शुरूआत में राजेन्द्र गहलोत को अपना प्रत्याशी बनाया था लेकिन पार्टी ने नामांकन के अंतिम दिन ओंकार सिंह लखावत को दूसरे प्रत्याशी के रूप में मैदान में उतार कर सबको चौंका दिया।
200 सीटों की विधानसभा में कांग्रेस के पास पिछले साल बसपा पार्टी को छोडक़र कांग्रेस में शामिल हुए छह विधायकों सहित 107 विधायक हैं। पार्टी को राज्य में 13 में से 12 निर्दलीय विधायकों का समर्थन प्राप्त है जबकि भाजपा के पास 72 विधायकों के साथ ही राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी के तीन विधायकों का समर्थन प्राप्त है। कांग्रेस के पास अपने दोनों उम्मीदवारों को जिताने के लिये पर्याप्त बहुमत है।
मोदी-शाह पर साधा निशाना
राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा, जब जीवन पर ही खतरा हो उस वक्त में भी यदि सभी पॉलिटिकल पार्टी के, सभी धर्मों के,सभी वर्गों के लोग एक न हों तो बताइए इस कोविड-19 का मुकाबला कैसे कर पाओगे? क्या यह सोच प्रधानमंत्री मोदीजी के दिमाग में नहीं आती है? क्या अमित शाह जी के दिमाग में नहीं आती है?
कोई भ्रम ना फैलाएं, दोनों सीटें जीतेंगे: पायलट
राजस्थान कांग्रेस अध्यक्ष और मंत्री सचिन पायलट ने कहा, राज्य में कांग्रेस पार्टी को पूर्ण बहुमत है। हमारी सरकार को समर्थन करने वाले सभी दल हमारे दोनों उम्मीदवार के साथ खड़े है। ‘हमारे दोनों उम्मीदवार राज्यसभा चुनाव जीतकर जाएंगे.इस बीच में अगर कोई भी भम्र फैलाने की कोशिश कर रहा है तो वह केवल समय बर्बाद कर रहा है।
सरकार को चलाने में सभी विधायक हमारे साथ है साथ थे और हमारे साथ ही रहेंगे। कोई भी कितनी भी कोशिश कर ले हमारे दोनों उम्मीदवार जीतकर संसद में जाने वाले है।
सरकार मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध करवाने के लिए प्रतिबद्ध
राज्य में कोविड महामरी के खिलाफ जारी लड़ाई के दौरान किए गए काम और राज्य की बिजली, पानी और चिकित्या व्यवस्था की प्रशंसा करते हुए राज्य सरकार के काम गिनाए। गहलोत ने कहा, प्रदेशवासियों को बेहतर शिक्षा, चिकित्सा, बिजली, पानी सहित अन्य मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध करवाने के लिए राज्य सरकार प्रतिबद्ध है। कोविड-19 महामारी जैसी विषम परिस्थितियों में भी सरकार विकास के कार्यों को लगातार गति दे रही है, ताकि आमजन को इनका लाभ समय पर मिल सके।
बीसलपुर-जयपुर पेयजल परियोजना फेज-1, स्टेज-2 का शिलान्यास
वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से जयपुरवासियों के लिए महत्वपूर्ण बीसलपुर-पृथ्वीराज नगर पेयजल परियोजना फेज-1, स्टेज-1 तथा बीसलपुर-जयपुर पेयजल परियोजना फेज-1, स्टेज-2 का शिलान्यास किया। इन परियोजनाओं पर करीब 853 करोड़ रूपए की लागत आएगी। बीसलपुर-जयपुर पेयजल परियोजना फेज-1, स्टेज-2 से जयपुर शहर के सभी विधानसभा क्षेत्रों में 170 एमएलडी अतिरिक्त जल उपलब्ध हो सकेगा।
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कंटीन्जेंसी प्लान के तहत 65 करोड़ रू की मंजूरी
इसके अलावा मुख्यमंत्री गहलोत ने कहा, सभी जिलों की पेयजल आवश्यकताओं को देखते हुए कंटीन्जेंसी प्लान के तहत 65 करोड़ रू की मंजूरी दी गयी थी।
साथ ही विधायकगण अपने-अपने विधानसभा क्षेत्र में पेयजल जरूरतों को पूरा करने के लिए तत्काल प्रभाव से कार्य करवा सकें। इसके लिए प्रति विधानसभा क्षेत्र 25 लाख रू की स्वीकृति भी दी गयी है