
रामोजी राव कई दिनों से थे बीमार
नई दिल्ली। ईनाडु और रामोजी फिल्म सिटी के के फाउंडर रामोजी राव का शनिवार सुबह निधन हो गया। वह 87 वर्ष के थे और कई दिनों से बीमार थे। उन्होंने शनिवार तड़के 3.45 बजे अंतिम सांस ली।
रामोजी राव का हैदराबाद के स्टार हॉस्पिटल में इलाज चल रहा था। उनकी लगातार बिगड़ रही तबियत के बाद पांच जून को अस्पताल में भर्ती कराया गया था। वह हृदय संबंधी समस्याओं से जूझ रहे थे। उन्हें सांस लेने में दिक्कत थी।
पीएम मोदी ने जताया शोक
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी रामोजी राव के निधन पर शोक जताया। उन्होंने कहा कि राव के निधन से बहुत दुखी हूं। वह दूरदर्शी थे जो भारतीय मीडिया में क्रांति लेकर आए। उनके योगदान ने पत्रकारिता और फिल्मी दुनिया पर अमिट छाप छोड़ी है। उनके अथक प्रयासों की वजह से उन्होंने मीडिया और इंटरटेनमेंट वर्ल्ड में इनोवेशन और एक्सीलेंस को लेकर नए मानक तय किए।
रामोजी में भारत के विकास को लेकर बहुत जज्बा था
उन्होंने कहा कि रामोजी राव में भारत के विकास को लेकर बहुत जज्बा था। मैं भाग्यशाली हूं कि मुझे उनसे मिलने और उनसे बात करने के कई अवसर मिले। इस मुश्किल समय में उनके परिवार, दोस्तों और असंख्य प्रशंसकों के साथ मेरी संवेदनाएं हैं।
सफल उद्यमी, फिल्म निर्माता और मीडिया टायकून
रामोजी एक सफल उद्यमी, फिल्म निर्माता और मीडिया टायकून थे। तेलुगू मीडिया में उनके उल्लेखनीय योगदान के लिए उन्हें जाना जाता रहा है। उनका पूरा नाम चेरूकुरी रामोजी राव था। उनका जन्म 16 नवंबर, 1936 को एक मध्यवर्गीय परिवार में हुआ था।
रामोजी ग्रुप की स्थापना की
पद्मविभूषण से सम्मानित रामोजी राव ने हैदराबाद में रामोजी ग्रुप की स्थापना की थी। इस ग्रुप में दुनिया का सबसे बड़ा फिल्म स्टूडियो, रामोजी फिल्म सिटी, ईटीवी नेटवर्क और फिल्म प्रॉडक्शन कंपनी उषा किरण मूवीज शामिल हैं। रामोजी के अन्य बिजनेस वेंचर्स में मार्गदर्शी चिटफंड, डॉल्फिन ग्रुप ऑफ होटल्स, कालंजलि शॉपिंग मॉल, प्रिया पिकल्स और मयूरी फिल्म डिस्ट्रिब्यूटर्स हैं।
यह भी पढ़ें:जीत से चंद्रबाबू नायडू का परिवार हुआ मालामाल