
स्वर्गीय श्री रूपलाल टाँक का जन्मशती समारोह
उदयपुर। स्वर्गीय रूपलाल टाँक के जन्मशती समारोह के उपलक्ष में आयोजित दो दवसीय कार्यक्रम के प्रथम दिन मदन मोहन टाँक द्वारा लिखित पुस्तक “टाँक (क्षत्रिय कुमावत ) मेवाड़ का इतिहास भाग-2 व् सांस्कृतिक परम्पराएँ“ का विमोचन उदयपुर नगर निगम के महापोर गोविन्द सिंह टाँक, प्रसिद्ध इतिहास कार डॉ.के.एस. गुप्ता, डॉ. श्याम सिंह मंडलिया व डॉ.देव कोठारी ने किया।
पुस्तक में टाँक परिवार के पूर्वजों को कुमावत संज्ञा कब दी गई व बाद में ये केसे क्षत्रिय व टाँक कहलाये इसका प्रमणिकता से राज प्रशस्ति एवम् अन्य शिलालेख द्वारा प्रस्तुत किया गया हे। पुस्तक के दूसरे अध्याय में रूपलाल टाँक एवं उनके वंशज गोविन्द सिंह सहित अन्य पुत्रों के व्यक्तित्व व क्रतित्व के बारे में बताते हुए तीसरे अध्याय में कोविड काल, केन्सर व ह्रदय रोग का परिवार ने केसे एकजुट होकर मुक़ाबला किया।
इसका वर्णन किया गया हे। अंत में छठे अध्याय में परिवार में किये जाने वाले व्रत त्यौहार व उत्सव के साथ इनमे प्रयुक्त सामग्री की सूची तथा इन अवसरों पर गाये जाने वाले गीतों की शृंखला दी गई है। इतिहासकारों ने बताया की पुस्तक शोधार्थियों के साथ साथ परिवार के लिये भी सराहनीय हे ।
किशनगढ़ के युवा चित्रकार निर्मल तोंदवाल द्वारा रूपलाल टाँक की वंशावली सनबोर्ड पर एम्बोस कर लेखक मदन मोहन टाँक को भेंट की गई। कार्यक्रम में गिरीश नाथ माथुर , मीना गौड़ रामकुमार छापरवाल व राजेंद्र पुरोहित उपस्थित थे। यशोदा टाँक द्वारा सभी अतिथियों को भेंट देकर सम्मानित किया गया। आभार प्रदर्शन रितिका छापरवाल द्वारा किया गया व मंच का संचालन दीपक टाँक द्वारा किया गया।
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