आधारभूत संरचनाओं के प्रगतिरत कार्यों की समीक्षा बैठक आयोजित

जिला कलक्टर आशीष गुप्ता
जिला कलक्टर आशीष गुप्ता
  • प्रगतिरत कार्यों की प्रभावी मॉनिटरिंग करें : जिला कलक्टर

अलवर। जिला कलक्टर आशीष गुप्ता ने जिले में संचालित आधारभूत संरचनाओं के प्रगतिरत कार्यों की समीक्षा बैठक लेकर निर्देश दिए कि प्रगतिरत कार्य निर्धारित गुणवत्ता के अनुरूप कराने हेतु मॉनिटरिंग महत्वपूर्ण घटक है अतः प्रभावी मॉनिटरिंग सुनिश्चित करें।

जिला कलक्टर की अध्यक्षता में आज मिनी सचिवालय सभागार में आधारभूत संरचनाओं के प्रगतिरत कार्यों की समीक्षा बैठक आयोजित हुई जिसमें उन्होंने संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिये कि राजस्थान सम्पर्क पोर्टल पर दर्ज प्रकरणों के निस्तारण में औपचारिकता कतई नहीं बरते। प्रत्येक प्रकरण को अधिकारी स्वयं देखकर गंभीरता, सजगता बरतते हुए गुणवता के साथ त्वरित निस्तारण करें।

उन्होंने जलदाय विभाग के अधीक्षण अभियन्ता को निर्देश दिये कि पेयजल वितरण व्यवस्था पर प्रभावी मॉनिटरिंग रखे तथा फील्ड में निरंतर सक्रिय रहकर पेयजल समस्याओं का त्वरित निराकरण करावें। उन्होंने निर्देश दिये कि उपकरण खराब होते ही उसे तुरंत दुरुस्त करावे एवं पाइपलाइन लीकेज को दुरुस्त कराने में कोताही नहीं बरती जाये। उन्होंने जयपुर विद्युत वितरण निगम के अधिशासी अभियन्ता को निर्देश दिये कि पेयजल योजनाओं के विद्युत कनेक्शन सर्वोच्च प्राथमिकता से जारी करें।

उन्होंने यूआईटी सचिव व नगर निगम आयुक्त को निर्देश दिए कि प्रगतिरत कार्यों को 1 माह में पूर्ण करावे। उन्होंने यूआईटी सचिव को निर्देशित किया कि अर्बन फॉरेस्ट के लिए चिन्हित स्थलों को फाइनल कर उसे विकसित करने कि कार्यवाही प्रारम्भ करें। उन्होंने निर्देश दिये कि नगर निगम सभी नालों कि सफाई मानसून से पूर्व कराना सुनिश्चित करावे। उन्होंने आरएसआरडीसी के परियोजना निदेशक को निर्देशित किया कि मेडिकल कॉलेज कि साइड कि निर्माणाधीन चार दिवारी के कार्य को 10 दिन में पूर्ण करावे। उन्होंने निर्देश दिये कि मतगणना स्थल की सभी तैयारियां एक सप्ताह में पूर्ण करें।

इस दौरान एडीएम द्वितीय परसराम मीना,यूआईटी सचिव धीगदे स्नेहल नाना, सहायक कलक्टर नवज्योति कंवरिया, प्रशिक्षु आईएएस सोनू कुमारी, नगर निगम आयुक्त बजरंग सिंह चौहान,पीडब्ल्यूडी के अधीक्षण अभियन्ता महेश मीणा, जयपुर विद्युत वितरण निगम के अधिशासी अभियन्ता महेश देशवाल, आरएसआरडीसी के परियोजना निदेशक मनोज श्रीवास्तव, जिला उद्योग केंद्र के महाप्रबंधक एम.आर मीना सहित संबंधित अधिकारी उपस्थित रहे।