स्पीक अप इंडिया अभियान: गहलोत ने केंद्र पर बोला बड़ा हमला

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पीएम ने ताली-थाली- बैंड बजवाए लोगों ने उसे स्वीकार किया, लेकिन आर्थिक रूप से देश का बैंड बज गया है : गहलोत

गहलोत ने कहा, अचानक लॉकडाउन से हुई तकलीफ को शब्दों में बयां नहीं किया जा सकता

मुंबई से पटना के लिए चली ट्रेन उड़ीसा पहुंच जाती है यह पहली बार सुना

दुकानदारों ने दुकानें खोल ली हैं लेकिन माल नहीं बिक रहा

जयपुर । कांग्रेस ने स्पीक अप इंडिया अभियान के तहत केंद्र सरकार से हर गरीब के खाते में 10 हजार रुपए डालने की मांग की हैं स्पीक अप इंडिया अभियान के बहाने सीएम अशोक गहलोत ने केंद्र सरकार पर निशाना साधा। सीएम गहलोत ने कहा, सोनिया गांधी ने देश के करोड़ों मजदूरों की आवाज को बुलंद किया है। अचानक किए लॉकडाउन से जो तकलीफ हुई है, उसे श दों में बयां नहीं किया जा सकता।

स्पीक अप इंडिया अभियान के बहाने अशोक गहलोत ने केंद्र सरकार पर निशाना साधा।

मजदूरों के पैदल चलने का दृश्य विचलित करने वाला है, रास्ते में डिलीवरी हो रही है, रास्ते में बच्चे औरतें मारे जा रहे हैं, व्यवस्था इतनी अस्त व्यस्त हो गई, पहली बार सुन रहे हैं ट्रेन मुंबई से चलती है पटना के लिए और उड़ीसा पहुंच जाती है। हृदय विदारक दृश्य देखने के बाद भी केंद्र सरकार की अब तक संवेदनशीलता सामने नहीं आई। केंद्र सरकार संवेदनशील होता तो मजदूर के पैदल चलने की नौबत नहीं आती।

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आर्थिक राजनतिक रूप से देश का बैंड बज गया हैं
गहलोत ने कहा, केंद्र अगर राज्यों को मजदूरों के लिए एडवाइजरी जारी करता तो मजदूर पैदल नहीं चलता, केंद्र को मजदूरों के लिए बसें चलाने की एडवाइजरी जारी करनी चाहिए थी, तीन दिन में यह संकट समाप्त हो सकता था जैसा राजस्थान ने किया। राजस्थन ने मजदूरों केलिए बसें चलाई। मुझे दुख है कि लापरवाहियों का जो माहौल है, उससे लोग चिंतित हैं, पीएम ने ताली थाली बैंड बजवाए लोगों ने उसे स्वीकार किया, लेकिन आर्थिक राजनतिक रूप से देश का बैंड बज गया है, न पूरी तरह से आर्थिक गतिविधियां शुरु हो पा रही, न कोरोना केस कम हो रहे।

स्पीक अप इंडिया अभियान के तहत केंद्र सरकार से हर गरीब के खाते में 10 हजार रुपए डालने की मांग की हैं

दुकानदारों का माल नहीं बिक रहा
सीएम अशोक गहलोत ने कहा, केंद्र सरकार को आगे आकर राज्यों को पैकेज देना चाहिए था। राज्यों में चाहे किसी भी पार्टी की सरकार हो केंद्र को बिन मागें आर्थिक पैकेज देना चाहिए। 20 लाख करोड़ के पैकेज की घोषणा की, लेकिन सब जानते हैं इस पैकेज में 90 फीसदी लोन की घोषणाएं हैं, इसका कोई फायदा नहीं होगा। जब तक गरीब, मजदूर, किसान की जेब में पैसा नहीं जाएगा, तब तक उसकी क्रय शक्ति नहीं बढ़ेगी, जब तक पैसा खर्च नहीं होगा, तब न मांग बढ़ेगी और न अर्थव्यवस्था आगे जाएगी, दुकानदारों ने दुकानें खोल ली हैं लेकिन माल नहीं बिक रहा। सोनिया गांधी ने इसीलिए मांग उठाई। मनरेगा मजदूरोंं को 21 दिन का एडवांस भुगतान करने की मांग उठाई, लेकिन केंद्र ने सोनिया गांधी की सलाह नहीं सुनी।

उम्मीद है केंद्र सरकार कांगेस के अभियान से मैसेज लेगी
विपक्ष की सलाह को अब तक अन्यथा ले रही है केंद्र सरकार सीएम अशोक गहलोत ने कहा, कांग्रेस ने हर गरीब परिवार को 10 हजार देने की मांग की है, इससे मांग बढ़ेगी, गरीबों को पैकेज दीजिए जिससे देश की अर्थव्यवस्था पटरी पर आए। सोनिया गांधी कह चुकी हैं, कोराना संकट में कांग्रेस पार्टी सरकार के साथ खड़ी है, इसके बावजूद भी विपक्ष की सलाह को अन्यथा लिया जा रहा है। सलाह सुनने की बजाय उस सलाह पर अुनचित बयानबाजी और निंदा की जाती है, कैसे—कैसे श द काम लिए जाते हैं। कांग्रेस अध्यक्ष ने जो आह्वन किया है, वह गरीब व्यक्ति के लिए है। आने वाले वक्त में गरीब, मजदूर, बेसहारा का भला हो सके, आज जो दृश्य बने हैं वे समाप्त हो सके, गाड़ी पटरी पर आ सके, मुझे उ मीद है कि केंद्र आज के इस अभियान से मैसेज लेगी, इस पर टीका टिप्पणी करने की बजाय सकारात्मक रूख अपनाएगी।