
जयपुर। विशेष शिक्षा प्रदान करने के क्षेत्र में प्रयासरत दिशा संस्थान के विशेष बच्चों द्वारा राजधानी स्थित बिरला ऑडिटोरियम में मंगलवार शाम संगीतमय नाटिका की प्रस्तुति दी गई। इस कार्यक्रम की अध्यक्षता मुख्य अतिथि नवीन जैन सेक्रेटरी ऑफ स्कूल एजुकेशन राजस्थान और विशिष्ट अतिथि डंगायच ग्रुप ऑफ होटल के चैयरमैन हरिमोहन डंगायच रहे। इसमें बच्चों ने अभूतपूर्व सफलता के साथ स्टेज पर अपना अनूठा प्रदर्शन करते हुए दर्शकों को दांतों तले अंगुली चबाने को मजबूर कर दिया।
नृत्य नाटिका में दर्शाया गया कि मनुष्य का मन एक जिन्न की तरह है, जैसे जिन्न जो चाहे कर सकता है, उसी प्रकार यदि मनुष्य अपने मन को अनुशासन में कड़ी मेहनत करके हर मुश्किल का हल करते हुए अपनी मंज़िल तक पहुंच सकते हैं। इस अवसर पर दिशा संस्थान के साथ हर कदम पर अपना आर्थिक सहयोग देते हुए अपने क्षेत्र में निरंतर कार्यरत रहने में हर कदम पर साथ देने वाले भामाशाहों का भी सम्मान किया गया।
दिशा संस्थान की निदेशिका डॉ भारती खूंटेटा ने इस अपार सफलता के लिए बच्चों के जोश और अभिभावकों द्वारा समय–समय पर अपना सहयोग देने के लिए धन्यवाद दिया। इस मौके पर समस्त दिशा स्टाफ ने अपनी समय सीमा अवधि की परवाह किए बगैर एकजुट होकर इस कार्यक्रम को सफल बनाया। गौरतलब है कि विशेष शिक्षा के क्षेत्र में अपनी सेवाएं देकर अपनी महत्त्वपूर्ण पहचान बनाने के साथ ही दिशा संस्थान न केवल बच्चों के लिए आत्मनिर्भरता के सोपान की और अग्रसर है बल्कि बच्चों के बहुमुखी व्यक्तित्व के विकास में हर तरह की कोशिश को अपनाकर बच्चों की हर क्षमता को निखारने के लिए तत्पर रहता है। इसी उद्देश्य के साथ इस वर्ष दिशा संस्थान ने उपचारत्मक थेरेपी के रूप में ड्रामा एवं थिएटर को अनुसंधान के रूप में अपने पाठ्यक्रम में शामिल किया है। दिशा संस्थान के लगभग 100 बच्चों को रेनबो सोसायटी की टीम ने नृत्य नाटिका का प्रशिक्षण विगत चार माह से दिया था।