बेसहारा, निराश्रित और बीमारों की देखभाल के लिए बाड़ी में अपनाघर आश्रम की शुरुआत

धौलपुर। नर सेवा नारायण सेवा है जो इस धरती पर उन दिव्यांगजनों के रूप में मौजूद है जिनका कोई रखवाला नहीं है हमें ऐसे लोगों की सेवा में तत्पर रहना चाहिए जो बेसहारा है,निराश्रित हैं, बीमारियों से पीडि़त हैं और उनकी देखभाल कोई नहीं करता है,अपना घर में बेसहारा विचित्र लोगों की सेवा का जो अभियान छेड़ा है उसमें आमजन भी सहयोग करें तो देश में शायद दूसरी ही तस्वीर दिखाई दे,यह कहना है बाड़ी विधायक गिर्राज सिंह मलिंगा का जो अपना घर आश्रम बाड़ी के विधिवत उद्घाटन एवं शपथ ग्रहण समारोह के मुख्य अतिथि के रूप में बोल रहे थे।

उन्होंने अपने उद्बोधन में अपना घर के उन तमाम पदाधिकारियों को धन्यवाद दिया जिन्होंने अपने आश्रम की शाखाएं जगह-जगह खोलकर नर सेवा नारायण सेवा कथन को साकार किया,कार्यक्रम में संस्था के राष्ट्रीय अध्यक्ष एनपी सिंह,राष्ट्रीय संयोजक विनोद खंडेलवाल ने मंच से अपना घर का परिचय देते हुए बताया कि किस प्रकार यह छोटा सा पौधा आज बड़ा वृक्ष ले चुका है उसकी सेवा में समर्पित पदाधिकारी किस तरह लोगों की सेवा करते हैं, कार्यक्रम में भरतपुर अपना घर के मुख्य संस्थापक डॉ बीएम भारद्वाज ने कहा कि हमें अपने मन से,दिल से आत्मा से एवं हर उस तरीके से ऐसे लोगों की सेवा प्रभु मानकर करनी चाहिए जिनका इस दुनिया में कोई नहीं है,ऐसे में आश्रम में रहने वाले सभी ऐसे लोगों को प्रभु जी ही नाम से पुकारा जाता है,उन्होंने बताया की आश्रम के संचालन में संसाधनों के लिये किसी से धन मांगे नहीं बल्कि प्रभु जी के चरणो में प्रभु जी की चि_ी के नाम से आश्रम में जो भी आवश्यकता है उसे लेकर अंकित कर दे,ईश्वर आपकी जरूरत को बिना मांगे स्वम ही पूरा कर देते हैं।

बाड़ी आश्रम के संस्थापक सुनील गर्ग ने बताया की देश और विदेश में अपना घर के 45 आश्रम संचालित है जिनमें करीबन 7000 प्रभु रह रहे हैं,यह संस्था करीबन 22000 ऐसे लोगों को उनके परिवारों से मिला चुकी हैं जो बीमारी के चलते विक्षिप्त अवस्था के चलते अपनी याददाश्त भूल कर या बेबश होकर अपना घर बार छोड़कर दर-दर भटक रहे थे,आश्रम में स्वस्थ होने पर उन्हें जब याद आई और परिवार से संपर्क किया तो वे उन्हें स्वस्थ अवस्था में लेकर गये,आश्रम में बड़े बुजुर्ग महिलाएं और बच्चे सभी जो निराश्रित हैं उन्हें रखा जाता है छोटे बच्चों के लिए स्कूल भी संचालित किया गया है,बाड़ी आश्रम की अभी शुरुआत हुई है इसमें 22 प्रभु जी रह रहे हैं जिनकी संस्था देखभाल कर रही है।

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