
सूरज किसी भी पॉजिशन में हो, रोज देगा 32 यूनिट बिजली
उदयपुर। राज्यपाल की स्मार्ट विलेज योजना के तीसरे चरण में महाराणा प्रताप कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय (एमपीयूएटी) के गोद लिए गांव मदार में प्रदेश का पहला सोलर ट्री लगेगा। 10 लाख रुपए लागत का यह सोलर ट्री नाबार्ड के सहयोग से लगेगा। पांच किलोवाट के इस सोलर ट्री की खास बात यह है कि यह रोज औसत 32 यूनिट बिजली देगा, भले ही सूरज किसी भी पॉजिशन में रहे।
अमूमन छतों पर लगने वाली सोलर प्लेटें रोज अधिकतम 20 यूनिट बिजली रोज जनरेट करती हैं। ये पूर्व से पश्चिम की ओर जाते सूरज की रोशनी लेती हैं। इसके लिए भी इसकी पॉजिशन दक्षिण में रखनी पड़ती है। इन पारंपरिक सिस्टम के मुकाबले सोलर ट्री जगह भी काफी कम लेगा। एमपीयूएटी ने 1 अक्टूबर को सोलर ट्री का लोकार्पण करवाना तय किया है, जिसके लिए राज्यपाल कलराज मिश्र से संपर्क किया जा रहा है।
कुलपति एनएस राठौड़ ने बताया कि सोलर ट्री की प्लेटों को एक साथ घुमाया जा सकता है। चूंकि यह जमीन से 12 फीट ऊपर लगेगा, इसलिए किसी नुकसान का अंदेशा भी नहीं है। स्मार्ट विलेज प्रभारी आईजे माथुर ने बताया कि नाबार्ड को इसका प्रोजेक्ट सबमिट किया था। इसे अनुमति मिल गई है। सोलर ट्री की लागत 9.98 लाख रुपए आएगी, जिसमें से 8.82 लाख रुपए नाबार्ड देगा।
इसे मदार उच्च माध्यमिक विद्यालय के पास लगाएंगे ताकि स्कूल में आपूर्ति के साथ पनघट, स्ट्रीट लाइट जैसे सार्वजनिक हित के कामों में भी बिजली दी जा सके। बता दें कि एमपीयूएटी ने सबसे पहले गोगुंदा के छाली, कड़ेचावास और उंडीथल गांव गोद लिए थे। दूसरे चरण में सायरा के विशमा और हायला गांव और तीसरे चरण में वर्ष 2020 में मदार और इसके करीबी गांव ब्राह्मणों की हुंदर को गोद लिया है।
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