साउथ सुपरस्टार रजनीकांत ने राजनीति से संन्यास ले लिया है। उन्होंने सोमवार को अपनी राजनीतिक पार्टी रजनी मक्कल मंद्रम को खत्म कर दिया। रजनीकांत ने पार्टी पदाधिकारियों से कहा कि भविष्य में उनका राजनीति में कभी ना लौटने का प्लान है। ये फैसला उन्होंने पार्टी में सभी से चर्चा के बाद लिया है। रजनीकांत का नया संगठन अब रजनी फैन क्लब एसोसिएशन के नाम से जनसेवा के काम करेगा।
29 दिसंबर को रजनीकांत ने खराब सेहत का हवाला देकर खुद को चुनावी राजनीति से दूर रखने का ऐलान किया था। उन्होंने तमिल में लिखी एक चिट्ठी जारी कर कहा था कि वे चुनाव में उतरे बिना ही लोगों की सेवा करेंगे।
रजनी ने अपनी चिट्ठी में लिखा था कि वे खराब सेहत के बावजूद राजनीति में आने का ऐलान कर वीरता नहीं दिखाना चाहते। अपने समर्थकों को भी परेशान नहीं करना चाहते। साथ ही कहा था, इस फैसले से फैन्स को निराशा होगी, लेकिन मुझे माफ कर दीजिए।
रजनीकांत 25 दिसंबर को ब्लड प्रेशर में हो रहे उतार-चढ़ाव और थकान महसूस होने के बाद हैदराबाद के अपोलो अस्पताल में भर्ती हुए थे। दो दिन बाद उन्हें छुट्टी दी गई। डॉक्टर्स ने रजनी को एक सप्ताह तक बेड रेस्ट, कम से कम फिजिकल एक्टिविटीज और कोरोना से बचे रहने की सलाह दी थी। 3 दिसंबर को रजनीकांत ने कहा था कि वे नई पार्टी बनाएंगे और 2021 का विधानसभा चुनाव भी लड़ेंगे।
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