
पुलिस ने शीशे में दिखाई माता-पिता की सूरत, फोन पर कराई बात
अजमेर। उदयपुर के चर्चित कन्हैया लाल हत्याकांड के आरोपी जेल में रहमो-करम की भीख मांग रहे हैं। परिवार को याद कर फूट-फूट कर रोने लगते हैं, लेकिन आज तक उनसे परिवार को कोई व्यक्ति मिलने नहीं आया। बुधवार को आरोपी गौस मोहम्मद से उसके माता-पिता मिलने पहुंचे। सुरक्षा के मद्देनजर पुलिस ने तीनों की मुलाकात एक शीशा लगाकर कराई। तीनों एक दूसरे को बड़े शीशे में ही देखते रहे। तीनों की फोन पर बात हुई। करीब 5 मिनट की इस मुलाकात में गौस फूट फूटकर रोया। मां-बाप से सर्दी के कपड़े मांगे और कहा वकील को भी मिलने के लिए भेजना। दूसरे आरोपी रियाज मोहम्मद को अभी भी परिजन का इंतजार है।
गौस मोहम्मद की तकरीबन पांच मिनट मुलाकात हुई, जिसमें तीनों एक दूसरे को कांच से देख सकते थे, लेकिन बात फोन पर हुई। पहले उसने घर के बारे में बातचीत की और परिजन के हाल जाने। इसके साथ ही उसने अपने पैर के बारे में बताया जो टूटे थे, वो अब जुड़ चुके हैं। यहां उसने मां की आंखों के इलाज के बारे में पूछा और कहा कि आंखों का इलाज जारी रखना। इस दौरान वह भावुक भी हुआ और फूट-फूट कर रोया। साथ ही कहा कि सर्दी आ रही है तो सर्दी के कपड़े भेजना। मां से बोला कि वकील साहब से कहना आकर मिले।
उदयपुर हत्याकांड मामले में गिरफ्तार 9 आरोपियों को सुरक्षा कारणों के चलते हाई सिक्योरिटी जेल में शिफ्ट किया गया है। इन सभी कैदियों को व्यस्त रखने के लिए महापुरुषों और गणमान्य नेताओं की किताबें पढऩे के लिए दी जा रही हैं, जिससे कि वे अपने खाली समय का भरपूर इस्तेमाल करें और अपनी मानसिकता में एक सकारात्मक बदलाव लाएं।
मुख्य आरोपियों से मिलने कोई नहीं आया

मुख्य आरोपी रियाज-गौस मोहम्मद जेल की काली कोठियों में परिवार से मिलने के लिए तड़प रहे थे। अब तक उनके परिवार से कोई भी उनसे मिलने के लिए नहीं पहुंचा है। बुधवार और रविवार को ही आरोपियों को परिवार वालों से मिलने दिया जाता है। सभी आरोपी जेल में फूट-फूटकर रोते हैं।
सीसीटीवी की निगरानी में सभी आरोपी
जेल में सभी 9 आरोपी सीसीटीवी की निगरानी में है। उनके एक-एक पल पर नजर रखी जा रही है। वहीं, जेल प्रशासन जेल में और कैमरे भी लगवा रहा है। 9 आरोपियों में से 7 आरोपियों को पश्चाताप है। यहां तक कि बाकी सातों आरोपी हत्याकांड के मास्टर माइंड को दिनभर कोसते हैं। गौस मोहम्मद और रियाज की बॉडी लैंग्वेज में ज्यादा फर्क नहीं। अभी तक दोनों में पश्चाताप नजर नहीं आया है।
रियाज को दूसरा कैदी पढ़कर सुना रहा किताबें
हत्याकांड का मुख्य आरोपी रियाज मोहम्मद पढ़ा-लिखा नहीं है। उसके लिए जेल प्रशासन ने व्यवस्था की है। जांगिड़ ने बताया कि जो कैदी पढ़-लिख नहीं सकता, उसके लिए उसके वार्ड का एक कैदी लगाया जाता है। जब रियाज सुबह 1 घंटे के लिए कोठरी से बाहर आता है, तब वह कैदी उसे उस बुक को पढ़कर सुनाता है।
100 से ज्यादा हार्डकोर अपराधी जेल में बंद
हाई सिक्योरिटी जेल में 100 से ज्यादा हार्डकोर अपराधी सजा काट रहे हैं। इनमें गैंगस्टर राजू फौजी, अनिल पहाडिय़ा, लॉरेंस और आनंद पाल गैंग के सदस्य, सुनील डूडी, डकैत जगन गुर्जर, गैंगस्टर वलबा राम, शिवराज बैंक भी शामिल हैं। इन सभी को महापुरुषों की बुक पढऩे के लिए दी जाती हैं।
नूपुर शर्मा को धमकी देने वाला भी यहीं बंद
अजमेर में विश्व प्रसिद्ध ख्वाजा मोइनुद्दीन हसन चिश्ती की दरगाह के बाहर सिर तन से जुदा के नारे लगाने वाले मुख्य आरोपी गौहर चिश्ती और उसका एक अन्य साथी भी इसी जेल में बंद है। इसके साथ ही नूपुर शर्मा का सिर अलग करने की धमकी देने वाला सलमान चिश्ती भी यहीं बंद है। इनको भी महापुरुषों की किताबें पढऩे के लिए दी जा रही हैं। कहा जा रहा है कि सलमान के व्यवहार में काफी बदलाव आया है। उसने नशे से भी दूरी बना ली है।
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