वर्ल्ड टेस्ट चैम्पियनशिप के फाइनल से पहले भारतीय टीम को तैयारी करने का कम समय मिलेगा

टीम इंडिया को 18 से 22 जून तक इंग्लैंड के साउथैम्पटन में न्यूजीलैंड के खिलाफ वल्र्ड टेस्ट चैम्पियनशिप का फाइनल मुकाबला खेलना है।

टीम जून के पहले सप्ताह में इंग्लैंड पहुंच जाएगी, लेकिन कोरोना प्रोटोकॉल के कारण खिलाडिय़ों को तैयारी का बहुत कम मौका मिलेगा। इस पर भारतीय टीम के फील्डिंग कोच आर. श्रीधर का मानना है कि तैयारी की कमी भारत के पक्ष में भी काम कर सकती है।

इससे खिलाड़ी ज्यादा फोकस होकर खेलेंगे। कम तैयारी के साथ खेलना चोट के साथ खेलने जैसा श्रीधर ने कहा कि कम तैयारी के साथ खेलने का मतलब होता मानो आप किसी चोट के साथ खेल रहे हैं।

जब खिलाड़ी चोटिल होने के बावजूद खेलता है तो उसका फोकस ज्यादा होता है। वह कम से कम गतलियां करने की कोशिश करता है। इसलिए उन्हें लगता है कि अगर टीम के खिलाडि़य़ों को तैयारी का मौका कम मिलता है तो इससे बहुत ज्यादा चिंतित होने की जरूरत नहीं है।

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