बालिकाओं-महिलाओं को सशक्त बनाना ही कार्यशाला का मुख्य उद्देश्य

बून्दी। केशवरायपाटन ब्लॉक स्तरीय मीना-राजू गार्गी मंच की दो दिवसीय आमुखीकरण कार्यशाला का आईटीआई भवन में सीबीईओ मंगतीराम सहरिया ने दीप प्रज्वलित कर शुभारंभ किया। कार्यशाला में अध्यापिका मंच, स्वच्छता प्रबंधन, कॅरियर गाइडेंस, आत्मरक्षा प्रशिक्षण, साइबर सिक्योरिटी, मीना राजू मंच, गार्गी मंच व जीवन कौशल विषयों पर चर्चा की जाएगी। सीबीईओ सहरिया ने कहा कि राज्य सरकार की ओर से महिला और बालिकाओं को वर्तमान परिप्रेक्ष्य में अपने जीवन पथ पर सशक्त और आत्मनिर्भर बनाना है।

इन मंचों के माध्यम से बालिकाओं को स्कूल से जोडऩा, अपने गांव व शहर में शैक्षिक एवं सामाजिक जागरूकता उत्पन्न कर, कुप्रथा को समाप्त कर समाज में एक नई जागृति पैदा करना है। समय-समय पर सरकार व विभाग की ओर से अनेक ऐसी योजनाएं चलाकर महिला एवं बालिका सशक्तिकरण पर शत-प्रतिशत उपलब्धि हासिल करना ही इस कार्यशाला का मूल उद्देश्य है। कार्यशाला में 105 मिडिल व 72 सैकंडरी, सीनियर सैकंडरी स्कूलों की मीना मंच सुगमकर्ता, गार्गी मंच सुगमकर्ता व अध्यापक व अध्यापिकाएं हिस्सा ले रही हैं।

केआरपी मनीषा कुमावत ने कहा कि सबसे पहले स्कूलों में कार्यरत महिला अध्यापक को स्वयं में बदलाव लाते हुए नेतृत्व क्षमता, आत्मविश्वास, नवाचारी तकनीक व स्वास्थ्य से संबंधित जागृति लानी होगी। तब ही कार्यशाला का मुख्य उद्देश्य सार्थक हो पाएगा। अध्यापक-अध्यापिका में यह गुण नहीं होंगे तब तक विद्यार्थी अपने अंदर इन गुणों को समाहित नहीं कर पाएंगे।

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