नवरात्र के दौरान लोग तरह-तरह की तैयारियां करते हैं। पूजा पाठ से संबंधित सभी तैयारी होने के बाद बारी आती है व्रत की तैयारी। नवरात्र के दौरान लोग नौ दिन मां को प्रसन्न करने के लिए व्रत रखते हैं। जो लोग पूरे नौ दिन व्रत नहीं रख पाते हैं, वे पहली और आखिरी व्रत करते हैं यानी नवरात्र का पहला और अंतिम दिन व्रत रखते हैं।
व्रत के दौरान तरह-तरह के सात्विक भोजन बनाए जाते हैं। आमतौर पर सभी घरों में लोग आलू भुन कर खा लेते हैं या मूंगफली और मखाना भुन कर चाय या शरबत के साथ खाते हैं, लेकिन अधिक आलू या मूंगफली सेहत के लिए हानिकारक भी हो सकता है। इसलिए आज हम आपके लिए लेकर आए हैं साबूदाना की खिचड़ी बनाने की रेसिपी, जिसे सभी चाव से खाएंगे और साथ ही ये स्वास्थ्य के लिए भी फायदेमंद है, तो आइए जानते हैं कि कैसे बनाएं साबूदाना खिचड़ी।
सबसे पहले साबूदाना को पानी से धुल कर भिगो दें।
मूंगफली भून कर हल्का तोड़ कर रख लें।
साबूदाना की मात्रा का दुगुना बारीक टमाटर काटें।
बारीक हरी मिर्च और हरी धनिया काटें।
अदरक कद्दूकस करें।
काली मिर्च कूट कर रखें।
जब सभी तैयारी हो जाए तो गैस पर कढ़ाई चढ़ाएं। उसमें घी डालें।
घी गर्म हो जाए तब जीरा का तडक़ा दें।
इसमें बारीक कटे टमाटर, हरी मिर्च और अदरक डालें। अच्छे से भूनें।
आलू के छोटे टुकड़े डालें। अगर और भी पौष्टिक बनाना है तो आलू की जगह लौकी के टुकड़े भी डाल सकती हैं।
इन्हें ढक कर पकाएं।
जब आलू या लौकी अच्छे से पक जाए तो इसमें भीगे हुए साबूदाने को डालें।
पिसी हुई काली मिर्च और सेंधा नमक डालें।
अच्छे से मिलाएं और पांच मिनट इसे ढक कर पकने दें।
गैस बंद करें।
हरी धनिया डाल कर सर्व करें।
चटपटी, टेस्टी, हेल्दी और सात्विक साबूदाना खिचड़ी तैयार है।
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