दही खाने के हैं भरपूर फायदे, गुणों का खजाना है, पोषक तत्वों से परिपूर्ण

गुणों का खजाना है पोषक तत्वों से भरपूर दही
गुणों का खजाना है पोषक तत्वों से भरपूर दही

दही पोषक तत्वों का एक पावरहाउस है, जिसे रोजाना खाने से कई सारे स्वास्थ्य लाभ मिलते हैं। यह फर्मेंटेशन प्रोसेस से बनता है, जिसमें लैक्टोबैसिलस एसपी, लैक्टोकोकस एसपी, और स्ट्रेप्टोकोकस एसपी जैसे बैक्टीरिया शामिल होते हैं। यह बैक्टीरिया दूध में लैक्टोज को लैक्टिक एसिड में परिवर्तित करें, जिससे दही को उसका विशेष खट्टा स्वाद मिलता है। कई अध्ययनों से पता चला है कि दही गट माइक्रोबायोटा कंपोजिशन को व्यवस्थित कर सकता है। दही लो ग्रेड गट इंफ्लेमेशन, वजन बढऩा और इंसुलिन प्रतिरोध के जोखिम को कम कर सकता है। इसके अलावा एक अध्ययन में यह भी सामने आया कि दही ने ब्यूटायरेट नामक शॉर्ट चेन फैटी एसिड को बढ़ाकर बिलोफिला वास्डवर्थिया नामक खराब बैक्टीरिया को कम किया, जो इर्रिटेबल बॉवेल सिंड्रोम का कारण बनता है।

पाचन सुधारे

पाचन सुधारे
पाचन सुधारे

अपनी डेली डाइट में दही को शामिल करने का सबसे पहले बड़ा कारण पाचन में सुधार करने में इसकी भूमिका है। प्रोबायोटिक फूड के रूप में, दही में जीवित माइक्रोऑर्गेनिज्म होते हैं, जो पेट के एसिड स्तर में संतुलन बनाए रखने में मदद करते हैं, जिससे यह अपच के लिए एक प्रभावी उपाय बन जाता है।

हड्डियों के लिए फायदेमंद

दही हड्डियों के स्वास्थ्य में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। यह कैल्शियम और फास्फोरस से भरपूर है, जो हड्डियों की मजबूती के लिए आवश्यक तत्व हैं। दही के नियमित सेवन से फ्रैक्चर और हड्डियों से जुड़ी बीमारियों जैसे गठिया और ऑस्टियोपोरोसिस का खतरा कम हो सकता है।

दिल को बनाए सेहतमंद

दही दिल की सेहत के लिए भी फायदेमंद है। फैट की मात्रा के बावजूद, दही एचडीएल या अच्छे कोलेस्ट्रॉल को बढ़ाकर ब्लड प्रेशर और हाई ब्लड प्रेशर को कम करके हृदय स्वास्थ्य में सुधार करने में मदद करता है, जो दिल से जुड़ी बीमारियों के जोखिम को बढ़ाने वाले प्रमुख कारक हैं।

वजन नियंत्रण में कारगर

दही का एक और महत्वपूर्ण फायदा वजन प्रबंधन में इसका योगदान है। दही में भारी मात्रा में प्रोटीन होता है, जो ब्लड शुगर के स्तर को कम करता है। यह शरीर में इंसुलिन प्रतिरोध और ग्लूकोज के स्तर को कम करने में मदद करता है, जिससे हृदय की स्थिति और मधुमेह के खतरों को नियंत्रित किया जाता है।

यह भी ध्यान रखें

इसके अलावा, दही शरीर के कम वजन, बॉडी मास इंडेक्स (बीएमआई) और वयस्कों में अधिक वजन/मोटापा होने के कम जोखिम से जुड़ा हुआ है। हालांकि, ज्यादातर विशेषज्ञ हर दिन सादे, फैट फ्री और बिना मीठा दही की तीन सर्विंग की सलाह देते हैं, लेकिन इसके ज्यादा इसे खाने से मोटापा और कब्ज हो सकता है।

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