चिकित्सालय में संसाधनों व उपकरणों की कोई कमी नही रहेगी : गौड़

विधायक गौड़ की प्रेरणा से जिला चिकित्सालय को 5 लाख के सौ बैड भेंट

श्रीगंगानगर। गंगानगर विधायक राजकुमार गौड़ ने कहा कि जिला चिकित्सालय में आने वाले रोगियों को बेहतर चिकित्सा सुविधाए मिले, इसको लेकर निरन्तर प्रयास किए जा रहे है तथा चिकित्सा व्यवस्था को मजबूत किया गया है।

गौड़ शनिवार को जिला चिकित्सालय में उज्जीवन स्मॉल फाईनेंस बैंक द्वारा 5 लाख रूपये की राशि से जिला चिकित्सालय को सौ बैड भेंट करने के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में बोल रहे थे। उन्होने कहा कि जिला चिकित्सालय में उपकरण, दवा पर्याप्त मात्रा में हो।

आने वाले रोगी की जांच व उपचार भली प्रकार से होनी चाहिए। जिला चिकित्सालय में जिले के अलावा पडोसी जिलों व पडोसी राज्यों से मरीज उपचार के लिए आते है। जिला चिकित्सालय में बैड की बढोतरी के साथ-साथ ऑक्सीजन गैस उत्पादन पर गंभीरतापूर्वक ध्यान दिया जा रहा है।

गौड़ ने कहा कि कोविड-19 की प्रथम व द्धितीय लहर के दौरान बहुत से जिलों ने रोगी लेने से मना किया था, लेकिन गंगानगर जिला चिकित्सालय ने आने वाले हर रोगी को भर्ती कर उसका उपचार किया। गौड़ ने कहा कि जिला चिकित्सालय में ऑक्सीजन की पर्याप्त व्यवस्था की जा रही है।

रोगी के बैड तक पाईपलाईन से गैस उपलब्ध होगी। कोविड के दौरान चिकित्सकों, पैरामेडिकल स्टॉफ, सफाई कर्मी, जिला प्रशासन, पुलिस तथा सामाजिक संस्थाओं का भरपूर सहयोग मिला। कोविड के दौरान भी दानदाताओं व संस्थाओं ने आगे आकर सेवा का कार्य किया, जो सराहनीय है।

गौड़ ने कहा कि राज्य में 8 मेडिकल कॉलेज एक साथ स्वीकृत हुए थे, उनमें से गंगानगर जिले में मेडिकल कॉलेज का काम सबसे पहले प्रारम्भ हुआ तथा मेडिकल की कक्षाएं भी सबसे पहले प्रारम्भ होगी। उन्होने कहा कि मेडिकल कॉलेज के शुरू होने से इस क्षेत्र का विकास होगा।

रोजगार के अवसर बढेंगे तथा नागरिकों को उपचार के लिए सुपरस्पेशलिटी जैसी सुविधाएं मिलने लगेगी। उन्होने कहा कि मेडिकल कॉलेज के अलावा कृषि महाविधालय प्रारम्भ हो चुका है। गगानगर शहर व ग्रामीण क्षेत्र में विकास पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। शहर के प्रत्येक वार्ड तथा हर गांव में निर्माण व विकास के कार्य हुए है। इस अवसर पर पीएमओ डॉ. बलदेव सिंह, डॉ. प्रेम बजाज, उज्जीवन स्मॉल फाईनेंस बैंक के क्षेत्रीय प्रबन्धक सुरेन्द्र वर्मा सहित चिकित्सक व गणमान्य नागरिक उपस्थित थे।

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