
शरीर में यूरिक एसिड का बढ़ता स्तर कई समस्याओं का कारण बनता है। इन दिनों हाई यूरिक एसिड कई लोगों के लिए परेशानी ही वजह बना हुआ है। शरीर में इसका लेवल बढऩे की वजह से अक्सर गठिया, जोड़ों में दर्द और किडऩी की समस्या देखने को मिलती है। ऐसे में जरूरी है कि समय रहते इसके लेवल को कंट्रोल किया जाए। यूरिक एसिड शरीर में बनने वाला एक केमिकल कंपाउंड है, जो प्यूरीन नाम के प्रोटीन के टूटने से बनता है। यह खून में मौजूद वेस्ट प्रोडक्ट है, जो आमतौर पर यूरिन के जरिए शरीर में बाहर निकल जाता है। हालांकि, गलत खानपान और खराब लाइफस्टाइल की वजह से अक्सर शरीर में इसकी मात्रा बढऩे लगती है। ऐसे में समय रहते इसकी बढ़ी हुई मात्रा को कंट्रोल करना जरूरी है। सुबह की ये आदतें शरीर से निकाल फेंकेंगी यूरिक एसिड
कैसे कंट्रोल करें यूरिक एसिड

यूं तो हाई यूरिक एसिड को कंट्रोल करने के लिए लोग अक्सर अपनी डाइट में बदलाव करते हैं। खाने में कुछ चीजें शामिल कर और कुछ चीजों का डाइट से बाहर कर यूरिक एसिड को काफी हद तक कंट्रोल किया जा सकता है, लेकिन कुछ आदतों की मदद से भी काफी हद यूरिक एसिड कंट्रोल हो सकता है। खासकर सुबह की कुछ आदतें काफी फायदेमंद साबित हो सकती है। आइए जानते हैं ऐसी ही कुछ मॉर्निंग हैबिट्स के बारे में-
पानी पिंए
शरीर में बढ़े हुए यूरिक एसिड को बाहर निकालने का सबसे अच्छा तरीका है, पानी पीना। आमतौर पर यूरिक एसिड यूरिन के जरिए शरीर से बाहर निकलता है। ऐसे में सुबह उठते ही सबसे पहले पानी पीना बॉडी से यूरिक एसिड को बाहर करने का सबसे कारगर तरीका है।
सुबह-सुबह पिएं नींबू पानी
हाई यूरिक एसिड को कंट्रोल करने के लिए नींबू भी एक बढिय़ा तरीका है। यह यूरिक एसिड को कंट्रोल या बैलेंस करने में मदद करता है। साथ ही नींबू पाचन को भी बेहतर बनाता है, जो यूरिक एसिड के क्रिस्टल बनने से रोकने में मदद करता है।
घास पर चलना
आपने अक्सर बड़े-बूढ़ों और हेल्थ एक्सपट्र्स को घास पर चलने की सलाह देते सुना होगा। सुबह-सुबह हरी घास पर चलना सेहत के लिए कई मायनों में फायदेमंद होता है। इससे यूरिक एसिड को कंट्रोल करने में मदद मिलती है। दरअसल, घास पर नंगे पैर चलने से तलवों का नेचुरल एक्यूप्रेशर होता है, जो किडनी की फंक्शनिंग को बढ़ाता है, जिससे यूरिक एसिड आसानी से शरीर से बाहर निकल जाता है।
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