किसान आंदोलन के मुद्दे पर सियासत लगातार गरमाई हुई है। भारतीय किसान यूनियन के प्रवक्ता राकेश टिकैत की मंगलवार को राजधानी जयपुर के विद्याधर नगर स्टेडियम में किसान महापंचायत रखी गई है। किसान महापंचायत में बड़ी तादाद में भीड़ जुटाने की तैयारी चल रही है। राज्य में तीन सीटों पर उपचुनावों की घोषणा के बाद राकेश टिकैत की राजधानी में हो रही पहली महापंचायत के सियासी मायने हैं।
टिकैत कल की महापंचायत में तीन सीटों पर उपचुनावों को लेकर जो भी घोषणा करेंगे। उसके ग्राउंड पर सियासी समीकरण जरूर प्रभावित होंगे। महापंचायत के मंच से कल उपचुनावों को लेकर जो भी ऐलान होगा उस पर सबकी निगाहें टिकी हैं।
कांग्रेस को टिकैत की सभाओं में खुद का सियासी फायदा दिख रहा है। टिकैत जहां भी जा रहे हैं हर सभा में भाजपा को हराने की बात कह रहे हैं। कांग्रेस को इसमें खुद का फायदा दिख रहा है। उपचुनाव वाली तीनों सीटों पर कांग्रेस और भाजपा के बीच मुकाबला है।
टिकैत के मंच से भाजपा विरोधी जो भी ऐलान होगा कांग्रेस उसमें अपना सियासी फायदा देख रही है। अगर तीसरा मोर्चा अपना उम्मीदवार उतारता है तो ऐसी दशा में कांग्रेस के समीकरण गड़बड़ा जाएंगे। लेकिन फिलहाल इसकी संभावना नहीं है।
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