
कोरोना महामारी की चुनौतियों के बावजूद बेहद सफल रहे टोक्यो ओलिंपिक का समापन आज टोक्यो के नेशनल स्टेडियम में होगा। इस कार्यक्रम की शुरुआत भारतीय टाइमिंग के अनुसार शाम 4:30 से होगी। इससे पहले मैराथन सहित 13 गोल्ड मेडल का फैसला भी होगा। हालांकि, इनमें कोई भारतीय खिलाड़ी मेडल का दावेदार नहीं है।
क्लोजिंग सेरेमनी में बजरंग पूनिया भारत के ध्वजवाहक होंगे। बजरंग ने कुश्ती में ब्रॉन्ज मेडल जीता है। क्लोजिंग सेरेमनी में हर टीम के साथ 10 ऑफिशियल्स को ही शामिल होने की इजाजत है। हालांकि खिलाडयि़ों की संख्या पर कोई रोक नहीं लगाई गई है। एक टीम के सभी खिलाड़ी क्लोजिंग सेरेमनी परेड में हिस्सा ले सकते हैं। उम्मीद की जा रही है कि बजरंग के साथ भारतीय हॉकी टीम भी इस परेड का हिस्सा होगी।

भारत के नजरिए से बात करें तो टोक्यो ओलिंपिक देश के लिए अब तक का सबसे सफल ओलिंपिक है। टोक्यो में भारत ने सात मेडल अपने नाम किए हैं, जो कि एक ओलिंपिक खेलों में सबसे ज्यादा हैं। भारतीय खिलाडिय़ों ने इस बार 1 गोल्ड, दो सिल्वर और 4 ब्रॉन्ज मेडल जीते हैं।
नीरज चोपड़ा ने जेवलिन थ्रो में भारत के लिए गोल्ड मेडल जीता, जबकि मीराबई चानू ने वेटलिफ्टिंग में और रवि दहिया ने कुश्ती के 57 किलो वेट में सिल्वर मेडल जीते। वहीं बैडमिंटन में पीवी सिंधु, कुश्ती में 69 किलो वेट में बजरंग पूनिया, बॉक्सिंग में लवलिना बोरगोहेन और पुरुष हॉकी ने देश के लिए ब्रॉन्ज मेडल जीते।