टोंक: घर-घर सर्वे, स्क्रिीनिंग

Tonk door-to-door survey screening
Tonk door-to-door survey screening


टोंक। कोरोना संक्रमण के चलते शहरों, गांवों, ढाणियों में कोई कोरोना संदिग्ध ना छूट जाए, इसी पॉजिटिव सोच को लेकर पूरे टोंक जिलें के सभी वर्ग के चिकित्सा कर्मी सहित एएनएम, आषा सहयोगिनियां पुर्ण निष्ठा से अपने-अपनें कार्यो में जुटे है।

सबसे ज्यादा प्रभावित टोंक शहरी क्षेत्र में एएनएम आषा सहयोगिनियां घर-घर जाकर लोगों की सेहत की जांच कर रही है। मंगलवार को अतिरिक्त निदेशक डॉ राजा चावला ने टोंक शहर के छोटे तख्ते और बडे तख्ते क्षेत्र का निरीक्षण किया।

वहॉ कार्यरत एएनएम कॉन कॅवर, कुसुमलता, हेमलता बुवावत, मंजू सक्सेना, ममता चौधरी, कृष्णा खंगार, अमिता जैन ने बताया कि कोरोना की जंग में हुए पीछे नहीं हटेंगे, जब तक कोरोनावायरस का सम्पूर्ण प्रभाव टोंक जिले से ना चला जाए।

टोंक में आशा सहयोगिनियां पुर्ण निष्ठा से अपने-अपनें कार्यो में जुटे

हमें खुशी है कि लोग हमारा सहयोग कर रहे है, अपनी पूरी जानकारी दे रहे। कई जगह जाने पर हम पर पुष्प वर्षा भी की जा रही है, जिससे कि हमारी सारी थकान मिट जाती है।

कुछ लोग जो सहयोग नहीं कर रहे उनसे हम यह निवेदन करते हैं कि वह हमारा सहयोग करें हम यहां पर उन्हीं लोगों के लिए है, ताकि आप लोग सुरक्षित रह सके। मौके पर

आरसीएचओं डॉ गोपाल जांगिड, टोंक शहर सर्वे प्रभारी डॉ चेतन जैन, सर्वे सुपरवाइजर सुरेश वर्मा, संपत जाट एवं अन्य उपस्थित रहें।

टोंक शहरी क्षेत्र में घर-घर सेहत की जांच

कोरोना अपडेट: कुल सेम्पल 1303, कोरोना पोजिटिव 58, सेंम्पल नेगेटिव 565, पेन्डिग 680:

जिला कलेक्टर श्री के के शर्मा ने बताया कि अब तक जिले मे अब तक 1303 व्यक्तियों के सेम्पल लिये गये हैै, जिनमें 58 व्यक्ति कोरोना पोजिटिव पाये गये है, और 565 सेंम्पल के परिणाम नेगेटिव आई है। 680 सेम्पलों का परिणाम आना शेष है।

मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ अशोक कुमार यादव ने बताया कि वर्तमान में टोंक जिले में कोविड-19 रोग के बचाव रोकथाम व नियंत्रण हेतु घर-घर सर्वे एवं स्क्रिनिंग की जा रही है। इन टीमों ने अब तक 05 लाख 59 हजार 715 घरों का सर्वे कर 28 लाख 16 हजार 420 व्यक्तियों की स्क्रीनिंग की।

एतिहात के तौर पर इसमे कई घरों एवं व्यक्तियों का एक से अधिक बार सर्वे एवं स्क्रीनिंग की गई है। 25292 लोगो ने अपनी होम क्वारेन्टीन की अवधि पूर्ण कर ली है, एवं वर्तमान में 1974 लोग होम क्वारेन्टीन में है। क्वारेन्टीन फेसेलीटीज में 876 व्यक्ति है।

निजी अस्पतालों में चिकित्सकीय सेवाएं जारी रखने के निर्देश
टोंक। अतिरिक्त मुख्य सचिव चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग के श्री रोहित कुमार सिंह ने प्रदेश के सभी निजी चिकित्सालयों में चिकित्सकीय सेवाएं प्रदान करने के निर्देश दिए हैं।

उन्होंने कहा कि निर्देशों की पालना नहीं होने की स्थिति में अस्पताल संचालकों के विरुद्ध नियमानुसार कार्यवाही की जा सकती है।

सिंह ने बताया कि लॉकडाउन के दौरान यह बात सामने आई कि कुछ निजी अस्पतालों ने सामान्य ओपीडी, आईपीडी सहित आपातकालीन सेवाएं बंद कर दी हैं। इससे मरीजों को भारी असुविधा का सामना करना पड़ रहा है।

उन्होंने स्पष्ट किया कि राजस्थान स्टेट हैल्थ एश्योरेंस एजेंसी ने एक अप्रेल को ही ओपीडी सेवाएं निर्बाध रूप से जारी रखने के लिए दिशा-निर्देश जारी कर दिए थे ।

इसके उपरान्त भी कई निजी अस्पतालों द्वारा मरीजो को आवश्यक सेवाएं प्रदान नही की जा रही हैं और सरकारी अस्पताल में मरीजों को रैफर किया जा रहा है। इससे मरीजों को भी परेशानी हो रही है और राजकीय चिकित्सालयों पर भी अनावश्यक रूप से कार्यभार बढ़ रहा है। इसे ध्यान में रखते हुए निजी अस्पतालों को पुनः स्पष्ट निर्देश दिए गए हैं।